सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार ने किया मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविर का निरीक्षण
मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों में गुणवत्तायुक्त, उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं का आमजन को लाभ मिला रहा है
शिविर में गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) की जांच कर दिया परामर्श
सिरोही (रमेश सुथार) प्रदेश के हर व्यक्ति को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रदेश में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से गांव-गांव तक स्वास्थ्य सेवाओं की सुगम पहुंच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिले में मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार को सिरोही ब्लॉक के पीएचसी मोहब्बतनगर, पिंडवाड़ा ब्लॉक में पीएचसी नितोड़ा पर शिविर आयोजित हुआ। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश कुमार ने पिंडवाड़ा ब्लॉक में पीएचसी नितोड़ा में आयोजित शिविर का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं जांची। इस दौरान डिप्टी सीएमएचओ (परिवार कल्याण) डॉ. चन्दन सिंह, बीसीएमओ डॉ. भूपेन्द्रप्रताप सिंह मौजूद रहे।
सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों में सैकड़ों मरीजों ने उपचार के लिए पंजीकरण हुआ। शिविरों में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच, गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण, योग्य दम्पति जिन्हें परिवार कल्याण के साधन उपलब्ध करवाए गए। मधुमेह, रक्तचाप, नाक-कान व गला के मरीजों की स्क्रीनिंग की गई। इसके अतिरिक्त अन्यों को भी जांच एवं उपचार दिया गया। इन शिविरों में कई प्रकार की जांच सुविधा निशुल्क उपलब्ध रही। यह शिविर 31 जनवरी 2025 तक चलेंगे। सप्ताह में मंगलवार, बुधवार व शुक्रवार को शिविर आयोजित किए जा रहे हैं।
सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविर में गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) शुगर, बीपी, कैंसर, टीबी, गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच, 30 वर्ष या अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों के रक्त, आंखों की जांच, मोतियाबिंद की पहचान और ऑपरेशन व चश्मों के हेतु परामर्श, निक्षय पोषण योजना में वंचित मरीजों के बैंक खाते को पोर्टल पर अपडेट करने, कुपोषित, कुष्ठ रोगी की पहचान आदि सेवाएं मुहैया कराई गई।
सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार ने शिविर स्थल पर सभी काउंटर चैक किए गए। शिविर में ई-संजीवनी पोर्टल पर ई-कंसलटेंसी का कार्य किया जा रहा था। आभा आईडी जनरेट करवाई जा रही थी। साथ ही आयुष्मान कार्ड का वितरण किया गया। उन्होंने मेडिकल टीम को निर्देशित किया गया है कि शिविर से तीन दिन पहले गतिविधि शुरू की जाए। टीकाकरण, आयुष्मान कार्ड वितरण सहित अन्य कार्य शत प्रतिशत पूरा किया जाए। शिविर के दौरान इसे अंतिम रूप दिया जाए।