किसानों की कृषि उत्पादकता और आय बढ़ाने को लेकर फसल विविधीकरण कि तैयारी को लेकर कृषको एवं कृषि प्रसार के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न।

रामगढ़ (अलवर /राधेश्याम गेरा )
भारतीय कृषि की उत्पादकता एवं किसानों की आय को बढ़ाने में फसल विविधिकरण की अहम एवं विशिष्ट भूमिका है। इसी तथ्य को रेखांकित करते हुए, कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय के संघटक राजस्थान कृषि अनुसंधान संस्थान दुर्गापुरा पर संचालित अखिल भारतीय समन्वित कृषि प्रणाली अनुसंधान परियोजना के तत्वाधान में कृषकों एवं कृषि प्रसार अभिकर्ताओं एवं इनपुट डीलर्स हेतु पृथक पृथक दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन कृषि विज्ञान केंद्र नौगांवा अलवर पर दिनांक 21 व 22 मार्च 2025 को आयोजित किया गया। उल्लेखनीय है कि उक्त प्रशिक्षण भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के मोदीपुरम मेरठ स्थित भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधान संस्थान द्वारा वित्त पोषित फसल विविधीकरण हेतु पॉयलेट प्रोजेक्ट के अंतर्गत किए गए।
कृषि प्रसार अभिकर्ताओं मे राजस्थान सरकार के कृषि विभाग के सहायक कृषि अधिकारी और कृषि पर्यवेक्षक स्तर के कार्मिकों ने भाग लिया एवं कृषकों के प्रशिक्षण में संपूर्ण अलवर जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए 30 कृषकों ने भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. सुमन खंडेलवाल, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय नौगांवा ने अलवर जिले में कृषि परिदृश्य पर प्रकाश डालते हुए फसल विविधीकरण को वर्तमान कृषि की आवश्कता बताया। डॉ॰ गोपाल लाल चौधरी क्षेत्रीय निदेशक कृषि अनुसंधान केंद्र नौगांव फसल विविधीकरण के महत्व को बताया व कृषकों को फसल विविधीकरण तकनीक अपनाने पर जोर दिया । डॉ. प्रतिभा सिंह, मृदा वैज्ञानिक रारी दुर्गापुरा जयपुर ने फसल विविधीकरण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए वर्तमान परिदृष्य में फसल विविधीकरण की आवशकता के बारे में जानकारी दी साथ ही डॉ. सिंह मृदा में समन्वित कृषि प्रणाली के महत्व को बताते हुए मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन विषय पर विचार व्यक्त किये। डॉ. एम आर यादव , सस्य वैज्ञानिक रारी दुर्गापुरा ने विभिन्न मौसम में फसल विविधीकरण विषय पर व्याख्यान दिया । डॉ. हंसराम माली सस्य वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र नौगांवा अलवर ने जिले में विभिन्न फसलों की सस्य क्रियाओ के बारे में जानकारी दी। डॉ. कविता बधाला सहायक आचार्य सस्य वैज्ञानिक रारी दुर्गापुरा जयपुर ने फसल विविधीकरण के अंतर्गत नई फसलों के बारे में जानकारी दी। डॉ. पूनम प्रजापति, वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र नौगांवा ने कृषि विस्तार विधियों की जानकारी दी। डॉ. सुभाष चंद्र यादव, कृषि विज्ञान केंद्र नौगांवा ने समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए वर्तमान फसल प्रणाली एवं उत्पादकता विषय पर प्रकाश डाला एवं कृषको को बेहतर खुशहाल बनाने का आवहान किया। इस दौरान कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र नौगांवा के कर्मचारी गण एवं कृषि महाविद्यालय के शैक्षणिक एवं अन्य कर्मचारी गण भी उपस्थित रहे।






