वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय का उत्कृष्ट परिणाम रहने पर एस डी एम सी ने छात्रों को किया सम्मानित
छात्रा प्रतिभा यादव 95 प्रतिशत के साथ राज्य में तृतीय और जिले में प्रथम स्थान पर तथा छात्र अनुराग जोशी 92 प्रतिशत के साथ जिले में द्वितीय स्थान पर
खैरथल ( हीरालाल भूरानी )
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षा परिणाम में कस्बे के राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय खैरथल मंडी के छात्र - छात्राओं का शत-प्रतिशत गुणवत्ता पूर्ण परिणाम रहने पर सम्मान समारोह आयोजित किया गया। विद्यालय की छात्रा प्रतिभा यादव ने 95 प्रतिशत अंक प्राप्त कर राज्य में तृतीय स्थान व अलवर व खैरथल जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया। साथ ही छात्र अनुराग जोशी 92 प्रतिशत अंक लेकर अलवर व खैरथल जिले में द्वितीय स्थान पर रहे। छात्रा आंचल 79 प्रतिशत अंक प्राप्त कर विद्यालय में तृतीय स्थान पर रही।
एस डी एम सी द्वारा आज विद्यालय प्रांगण में उत्कृष्ट परिणाम देने वाले छात्र-छात्राओं सहित अभिभावकों का भी सम्मान किया। श्रेष्ठ परिणाम देने वाले छात्र-छात्राओं ने अपनी सफलता के लिए गुरू जनों, माता पिता एवं विद्यालय में बेहतरीन शैक्षणिक माहौल प्रदान करने के लिए एस डी एम सी का आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर भामाशाह ओमप्रकाश गुप्ता ने कहा कि खैरथल का ये संस्कृत विद्यालय प्रति वर्ष श्रेष्ठ परिणाम के साथ श्रेष्ठ संस्कार युक्त शिक्षा प्रदान करने में अव्वल है। वर्तमान में विद्यालय का भवन, परिसर एवं वातावरण बहुत ही शानदार है तथा खैरथल एवं आस-पास के बालकों को बधाई देते हुए शिक्षकों एवं अभिभावकों को धन्यवाद दिया।
सम्मान समारोह में एस डी एम सी सदस्य एवं भामाशाह ओमप्रकाश गुप्ता बघेरी वाले, पूर्व बीईईओ जसवंत सिंह आर्य, पूर्व प्रधानाचार्य सुरेश गुप्ता, वार्ड पार्षद जयदीप राणा सहित विद्यालय स्टाफ से महेश्वर प्रसाद यादव, सीमा यादव, करूणा यादव, सीमा कुमारी, शीला मिश्रा, पंकज सामरिया, एवं अभिभावक उपस्थित रहे। प्रधानाचार्य राजेश शर्मा ने सभी का धन्यवाद एवं आभार प्रकट करते हुए भविष्य में भी श्रेष्ठ परिणाम देने के लिए आश्वस्त किया।
डॉ उम्मेदसिंह गोदारा ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए बताया कि विद्यालय के अध्यापक प्रदीप कुमार एवं संस्कृत विद्यालय मातोर के प्रधानाध्यापक हरिनारायण जोशी ने अपने बच्चों ( प्रतिभा यादव व अनुराग जोशी )को सरकारी संस्कृत विद्यालय पर भरोसा रखते हुए पढ़ाया और अन्य शिक्षकों को भी इस हेतु प्रेरित किया। इस अवसर पर इनका भी सम्मान किया गया।