कानेलाव में बायाेसा माता प्राण प्रतिष्ठा महाेत्सव धूमधाम से सम्पन्न
धार्मिक कार्यक्रमों से लोगों के बीच सामाजिक समरसता बढ़ती है- पूर्व प्रधान
सुमेरपुर (बरकत खा)
कानेलाव गांव में बायाेसा माता के नव मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा महाेत्सव धूमधाम के साथ सम्पन्न हुआ । सवेरे शुभ मुहूर्त में वैदिक मंत्राेच्चार के बीच माताजी की प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न हुई। इसके बार माताजी की महाआरती कर प्रसादी का आयाेजन हुआ जिसका सभी ने लाभ लिया।
समस्त मीणा समाज की ओर से आयाेजित दाे दिवसीय समाराेह में पहले दिन एक शाम बायाेसा माता के नाम भजन संध्या आयाेजित हुई। जिसमें भजन कलाकार श्रवण दास हिंगाेाल, कालुराम डिंगाई सहित अन्य कलाकाराें ने एक से बढ़कर एक भजनाें की प्रस्तुतियां देकर भाेर तक श्राेताओ काे बांधे रखा। भजन संध्या का शुभारंभ गणपति व गुरू वंदना के साथ किया गया। उसके बाद माताजी के एक से बढ़कर एक भजनाें की प्रस्तुतियाें के माध्यम से माताजी की महिमाओ का बखान किया।
इस दाैरान बाेलिया बाेली गई जिसमें भामाशाहाें ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। कार्यक्रम में दूसरे दिन सवेरे विधि विधान पूर्वक वैदिक मंत्राेच्चार व गाजे-बाजे के साथ बायाेसा माताजी के मदिंर में मूर्ति स्थापना की गई। बायाेसा माताजी के जयकारे से आसमान गुंजायमान हुआ। भक्ताें ने माताजी के आगे मत्था टेक गांव में खुशहाली की कामना की। इसके बाद समाराेह में सहयाेग देने वाले भामाशाहाें का सम्मान समाराेह मुख्य अतिथि पूर्व प्रधान व जिला परिषद सदस्य हरिशंकर मेवाड़ा एवं विशिष्ठ अतिथि महादेव ग्रुप के मुकेश बाराेलिया के सानिध्य में आयाेजित हुआ। आयाेजकाें द्वारा पूर्व प्रधान सहित भामाशाहाें का माला व साफा पहनाकर बहुमान किया गया। समाराेह काे संबाेधित करते हुए पूर्व प्रधान ने कहा कि इस प्रकार के धार्मिक कार्यक्रमों से लोगों में धर्म के प्रति आस्था बढ़ती है और व्यक्ति का मन ईश्वर की आराधना में लगता हैं। धार्मिक कार्यक्रमों से लोगों के बीच सामाजिक समरसता भी बढ़ती है व सनातन धर्म काे ओर मजबूती मिलती हैं तथा उन्हें बिना भेदभाव एक जगह बैठने का मौका मिलता हैं। उन्हाेंने कहा कि ऐसे आयाेजन से लाेगाें मेें भगवान के प्रति आस्था व विश्वास भी अटूट हाेता हैं। ऐसे आयाेजन समय-समय पर हाेने चाहिए जिससे लाेगाें में धर्म के प्रति लगाव बढ़े। समाराेह काे अन्य वक्ताओ ने भी संबाेधित किया। मंच संचालन हरीश मीणा खाैड़ ने किया। इस माैके पर पूर्व सरपंच प्रभुराम मीणा, महेंद्र मीणा, दिनेश मीणा, भंवरलाल मीणा, हरिराम मीणा, दालाराम मीणा, ढालाराम, पोकरलाल, बालूराम, घीसाराम, ईश्वरलाल, कानाराम, मांगीलाल, महेंद्र कुमार, मदनलाल, रमेश कुमार, हरीराम सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी माैजूद रहें।