बामलास धाम में रुक्मणी विवाह के साथ कथा का समापन :गुरु पूर्णिमा पर होगा हवन और भंडारा
उदयपुरवाटी ( सुमेर सिंह राव )
निकटवर्ती गुढागोड़जी बामलास धाम में इन दोनों धार्मिक कार्यक्रमों के चलते दूरदराज के लोगों का तांता लगा हुआ है। बामलास धाम प्राचीन काल से ही वैष्णवी संतों की तपोस्थली रहा है। धाम के महंत लक्ष्मण दास महाराज के सानिध्य में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के सातवें दिन रुक्मणी विवाह की झांकी सजाई गई। मुकेश दाधीच ने बताया कि रुक्मणी विवाह में भक्तों ने बढ चढकर कन्यादान किया। इसी के साथ कथा का समापन किया गया। आज धाम में गुरु पूर्णिमा पर हवन और विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने धाम से जुड़े समस्त भक्तों को सूचित करते हुए मीडिया के माध्यम से बताया कि गुरु पूर्णिमा पर लक्ष्मण दास महाराज सुबह 10 बजे तक बमलास धाम में रहेंगे। इसके बाद दोपहर से शाम तक कोटड़ी लुहारवास के झोपड़िया आश्रम में रहेंगे। झोपड़िया आश्रम में स्थित श्री गोवर्धन गौशाला में भी गुरु पूर्णिमा पर लक्ष्मण दास महाराज के सानिध्य में धार्मिक कार्यक्रम और भंडारे का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान मोहनदास महाराज, सज्जन शर्मा, ताराचंद बागोरिया, समुंद्र सिंह शेखावत, नरपत सिंह शेखावत, एक गजानंद शर्मा, विजेंद्र लंमोड़, सतवीर शर्मा, प्रताप सिंह सहित काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।