लापरवाही: डिलिवरी नहीं कराने की शिकायत पर सीएमएचओ ने डाक्टर व नर्सिंगकर्मी को थमाया कारण बताओ नोटिस
खैरथल ( हीरालाल भूरानी )
क्षेत्र के बहादुरपुर ग्राम के एक व्यक्ति ने एसडीएम को शिकायत पत्र देकर सी एच सी बहादुरपुर में उसकी पत्नी की डिलीवरी नहीं कराने का आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग की है। इस पर जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अरविन्द गेट ने बहादुरपुर चिकित्सा अधिकारी को बदलते हुए डाक्टर व स्टाफ कर्मी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
मिली जानकारी के अनुसार आरिफ खान पुत्र भूरे खां ने अपने शिकायत पत्र में आरोप लगाया कि वह अपनी पत्नी की डिलीवरी कराने 14 जुलाई 2024 को शाम करीब सात बजे सी एच सी बहादुरपुर में लेकर आया था। अस्पताल परिसर में डाक्टर सुनीता वर्मा एवं स्टाफ कर्मी पूनम सैनी मौजूद थी। मेरी पत्नी असमा के बच्चे का मुंह डिलीवरी में बाहर आ गया था किन्तु दोनों डाक्टर एवं नर्सिंग कर्मी ने डिलीवरी नहीं कराई।
मौके पर उपस्थित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता माया देवी ने डाक्टर से निवेदन किया लेकिन डॉक्टर ने धक्का मारते हुए अस्पताल परिसर से बाहर निकाल दिया। माया देवी ने 108 एंबुलेंस के कंपाउंडर से मिल कर डिलीवरी कराई। कंपाउंडर के कहने पर मुश्किल से डाक्टर ने रैफर कार्ड बनाया। महिला को 108 एंबुलेंस से अलवर अस्पताल ले जाया गया।
आरिफ खान ने आरोप लगाते हुए बताया कि अब बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र भी डाक्टर की ओर से जारी नहीं किया जा रहा है। वहीं पुलिस थाने में केस दर्ज कराने की धमकियां दी जा रही है। इस पर संज्ञान लेते हुए सी एम एच ओ ने डाक्टर व कार्मिक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
इनका कहना है -
इस संबंध में जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अरविन्द गेट ने बताया कि दोनों कार्मिकों ने विभाग तथा अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करते हुए पीड़ित महिला की डिलीवरी नहीं कराई है। जबकि विभाग की ओर से संस्थागत प्रसव कराने पर जोर दिया जा रहा है। डॉक्टर मनीषा पारीक को सी एच सी बहादुरपुर में अग्रिम आदेश तक चिकित्सा अधिकारी नियुक्त किया गया है।