जंगली श्वानों के चंगुल से शिशु हिरण को बचाकर पहूंचाया रेस्क्यू सेंटर
भीलवाड़ा : राजकुमार गोयल
धोरीमन्ना उपखण्ड के पाबूबेरा गांव के धोरों में जंगली श्वानों ने हिरणों के झुण्ड का पीछा किया तो बाकी हिरण भाग गये लेकिन एक मादा हिरण को अपने चंगुल में लेकर काफी घायल कर दिया उनके रोने की आवाज सुनकर विद्यालय आ रहे बच्चे उनकी तरफ दोङे और तेज आवाज की तो श्वान भाग गए तब बच्चों ने पर्यावरण प्रेमी शिक्षक जगदीश प्रसाद विश्नोई को फोन किया तब शिक्षक अपना निजी वाहन लेकर तुरंत वहां पहूंचे और घायल मादा हिरण का प्राथमिक उपचार किया लेकिन अधिक घायल होने के कारण उनकी मौत हो गयी लेकिन उनका छोटा बच्चा बिना मां का हो गया ।तब मादा हिरण का अंतिम संस्कार करके हिरण के बच्चे को विद्यालय लेकर आ गये और उनको बकरी का दूध मिलाकर विद्यालय परिसर में छोड़ दिया फिर छुट्टी के बाद उसे अपने निजी वाहन से मां अमृतादेवी वन्यजीव संरक्षण संस्थान कातरला ले जाकर उनको सुपुर्द कर मानवता का परिचय दिया। शिक्षक विश्नोई से बात की तो बताया कि मैं पिछले करीब पन्द्रह सालों से जीव जन्तुओं की सेवा के लिए तन-मन-धन से समर्पित रहता हूं जिसके कारण सैकड़ों मूक प्राणियों का रेस्क्यू कर चुका हूं साथ ही शिक्षक होने के नाते हर विद्यार्थी के मन में जीव दया का भाव भी भरता हूं जिसके कारण विद्यार्थी भी जीवों के प्रति दया भाव रख सके।विद्यार्थियों में ऐसा भाव होने के कारण पाबूबेरा से करीब पचास के लगभग वन्यजीवों का रेस्क्यू किया जा चुका है।