'परशुरामचरितम' ग्रंथ भेंट पर राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष देवनानी हुए अभिभूत, मस्तक से लगाकर किया वंदन

खैरथल ( हीरालाल भूरानी )
भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम के जीवन और आध्यात्मिक स्वरूप पर आधारित ग्रंथ 'परशुरामचरितम' के लेखक, वरिष्ठ पत्रकार विजय संस्कार द्वारा यह ग्रंथ राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी को भेंट किया गया। यह एक विलक्षण क्षण रहा जब देवनानी जी ने ग्रंथ को श्रद्धापूर्वक अपने मस्तक से लगाते हुए भावविभोर होकर उद्बोधन दिया— "यह मात्र एक पुस्तक नहीं, यह एक ग्रंथ है — भगवान परशुराम के वास्तविक, वैदिक और आध्यात्मिक स्वरूप को प्रकट करता हुआ एक अद्भुत प्रयास है!"
उन्होंने लेखक को इस उत्कृष्ट कृति के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भगवान परशुराम का जीवन चरित्र आज के समाज के हर वर्ग के लिए अनुकरणीय और प्रेरणादायक है। 'परशुरामचरितम' का विमोचन तपस्वी भवन, वैशाली नगर, अजमेर में भगवान परशुराम नवदिवसीय महोत्सव के अंतर्गत संपन्न हुआ। यह आयोजन पूर्व न्यायाधीश तपस्वी अजय शर्मा के संयोजन में हुआ, जिनके समर्पण और प्रयासों से यह कार्यक्रम गरिमा और भव्यता के साथ संपन्न हो सका।
यह ग्रंथ केवल धार्मिक साहित्य नहीं, अपितु सनातन संस्कृति की धरोहर, शौर्यगाथा और आध्यात्मिक दर्शन का जीवंत दस्तावेज है, जो आज की पीढ़ी को अपने मूल से जोड़ने का कार्य करेगा।






