अधिकारी ग्राउंड पर जाकर पानी, बिजली एवं चिकित्सा संबंधी समस्याओं का समाधान करें: प्रभारी सचिव डॉ जितेंद्र सोनी
प्रभारी सचिव डॉ सोनी ने ली ज़िला स्तरीय अधिकारियो की समीक्षा बैठक
शाहपुरा, (मो॰ आजाद नेब) जिले के प्रभारी सचिव डॉ जितेंद्र कुमार सोनी ने बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर सभी विभागों के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिशाशी अभियन्ता से कहा कि जिले में पेयजल आपूर्ति की नियमितता बनाये रखें तथा गांव के अंतिम छोर तक पेयजल पहुंचना चाहिए। जिन गांवों में पेयजल की समस्या सामने आये, वहां पर टैंकरों से पेयजल सप्लाई करना सुनिश्चित करें। उन्होंने पीएचईडी विभाग के अधिकारियों से पेयजल आपूर्ति दिन में, कितनी देर तथा कितने दिनों में हो रही है उसके बारे में पूछा तथा कितने बंद पड़े ट्यूबवेल पुनः चालू होने की स्थिति में है उन्हें पुनः चालू करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी उपखंड अधिकारियों को टैंकरों से पेयजल आपूर्ति पर नजर रखने के लिए एक विजिलेंस सिस्टम डवलप करने के लिए कहा जिससे टैंकरों से पेयजल आपूर्ति पर नजर रखी जा सके।
इस दौरान उन्होंने जलदाय विभाग द्वारा पानी आपूर्ति की समीक्षा करते हुए कहा की जहां कहीं भी पानी की अतिरिक्त डिमांड है वहां इस संबंध में जिला कलेक्टर को अवगत करवाकर पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जाये। सोनी ने जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि इस योजना के कार्यों को सैचुरेशन लेवल पर लाने से अधिकतम पेयजल की किल्लत की समस्या हल हो सकती है अतः इसे प्राथमिकता देते हुए लोगों को राहत प्रदान करें।
बैठक के दौरान उन्होंने जिले में बिजली की समस्या की समीक्षा करते हुए कहा कि बिजली विभाग पीक टाइम पर पावर कट न करें तथा मेंटेनेंस का कार्य उचित समय की समीक्षा करते करें। उन्होंने निर्देशित किया कि विद्युत की बार-बार ट्रिपिंग नहीं हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जाये। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग अत्यधिक गर्मी व लू-तापघात को लेकर चिकित्सा संस्थानों में पर्याप्त व्यवस्था रखें तथा मेडिसीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होनी चाहिए। उन्होंने सभी उपखंड अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और उप जिला अस्पतालों में जाकर निरीक्षण करें तथा चिकित्सा व्यवस्थाएं दुरुस्त करें। प्रभारी सचिव सोनी ने निर्देश दिये कि सभी अधिकारी फील्ड पर जाकर दौरा करें तथा रात्रि चौपाल के कार्यक्रम में आमजन की समस्याओं का मौके पर ही समाधान करें। उन्होंने कहा की विद्युत, पेयजल व चिकित्सा की समस्याओं का तत्काल निपटारा किया जाये।
प्रभारी सचिव डॉ सोनी ने वन विभाग के पौधारोपण अभियान की विस्तार से समीक्षा करते हुए कहा कि विभागों, नागरिकों को पौधारोपण के प्रति जागरूक कर अभियान में शामिल किया जाये। उन्होंने सभी जिला स्तरीय अधिकारों से अपने ऑफिस के क्षेत्र में पौधे लगाने के निर्देश दिए तथा इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना के बारे में कहा तथा जल्द ही अपना एक्शन प्लान बनाकर सभी चिन्हित स्थानों पर पौधारोपण करवाने के साथ-साथ उनकी देखभाल के लिए भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पौधारोपण करते समय उनके स्थान का अक्षांश एवं देशांतर भी निर्धारित किया जाए। उन्होंने शुद्ध के लिए युद्ध अभियान की समीक्षा की तथा सीएमएचओ को प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए जिसके तहत अधिकतम सैंपल लेने तथा दोषी पाए जाने वाले संस्थान पर जुर्माना लगाने के निर्देश दिए | उन्होंने कहा कि पशुपालन विभाग को आवारा पशुओं के लिए चारा, पानी की व्यवस्था सुचारू रखने तथा पक्षियों के लिए परिंडे लगवाने के लिए भामाशाहों का सहयोग लेने के लिए कहा। इस दौरान उन्होंने पशुपालन विभाग द्वारा गौशालाओं को समय पर अनुदान जारी करने, पशुओं की दवाओं की उपलब्धता रखने के निर्देश दिए।
प्रभारी सचिव डॉ जितेंद्र सोनी ने जिले में संपर्क पोर्टल की पेंडेंसी की समीक्षा करते हुए कहा कि 90 दिन से ज्यादा की शिकायतों पर विशेष ध्यान देकर उनका समाधान करें। इसके साथ ही उन्होंने गुड गवर्नेंस के सभी बिंदुओं की पालना करते हुए आमजन को राहत प्रदान करने के लिए निर्देश प्रदान किये। उन्होंने जिले में खनन से संबंधित गतिविधियों की समीक्षा करते हुए कहा कि अवैध खनन एवं अवैध बजरी परिवहन से संबंधित मामलों में सख्त कार्यवाही करें। वर्तमान में अवैध खनन को लेकर की जा रही कार्यवाहियों को लेकर सोनी ने गति प्रदान करने के निर्देश दिए तथा माईनिंग और पुलिस के साथ मिलकर प्रभावी कार्रवाइयों को धरातल पर लाने की बात कही |
बैठक में जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रभारी सचिव को बताया कि गर्मी के मौसम में पेयजल, विद्युत, चिकित्सा एवं पशुपालन विभागों को आवश्यक निर्देश देकर अलर्ट कर दिया गया है। जिले में पेयजल आपूर्ति नियमित की जा रही है। जहां कहीं भी समस्याएं सामने आई उनका निस्तारण किया गया है। अंतिम छोर पर बसे परिवारों को पेयजल की समस्या आने पर टैंकरों से जलापूर्ति के निर्देश समस्त एसडीएम व बीडीओं को दिये गये है। जिला कलेक्टर ने बताया कि वृक्षारोपण को लेकर लक्ष्य निर्धारित कर दिये गये है तथा वर्षा शुरू होने से पहले सभी तैयारिया सुनिश्चित कर ली जायेगी। इस दौरान पुलिस अधीक्षक राजेश कावट, अतिरिक्त जिला कलेक्टर सुनील पुनिया, सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी व जिले के सभी एसडीएम व बीडीओ मौजूद रहे।