एक माह में बढ़ गए प्रति किलो 20 से 40 रुपए, गड़बड़ाया रसोई का बजट,भीषण गर्मी का सब्जी उत्पादन पर असर, आवक कम होने से बढ़े दाम
खैरथल (हीरालाल भूरानी)
एक माह से बढ़ रही भीषण गर्मी से सब्जियों के भाव आसमान छूने लगे हैं। इससे घरों का बजट गड़बड़ा गया है। लगातार गर्मी ने और तेज धूप से सब्जियों की पौध झुलस गई। इससे हरी सब्जियों के भाव एक माह में दौगुने हो गए। कुछ सब्जियों के भाव 80 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए हैं।
दाम बढने से हरी सब्जियां थाली से गायब हो गई है।थोक फल सब्जी मंडी के व्यापारी घनश्याम दास, नरेश कुमार, दुर्गादास परवाना, धर्मदास गनवानी व अन्य ने बताया कि गर्मी के चलते खुदरा में अदरक 160, धनिया 125, नींबू 160 रुपए प्रति किलो तक बिक रहे हैं। सिर्फ आलू, प्याज व टमाटर है जो अभी 30 से 40 रुपए प्रति किलो से कम है।नई फसल आने के बाद ही सब्जियों के भावों में कमी आएगी।
पौधे झुलसे,भाव और बढ़ने का अंदेशा-
गर्मी के कारण फूल, पौधे व बेल झुलस गई। इससे सब्जियों का उत्पादन कम हुआ। ऐसे में मांग के अनुसार सब्जियां नहीं मिलने पर भाव और बढ़ेंगे। जुलाई के अंतिम सप्ताह या अगस्त में सब्जियों की फिर से आवक शुरू होगी तब जाकर भावों में कमी आएगी।सलाद के आइटम भी काफी महंगे बिक रहे हैं। इस बार शादियों का सीजन नहीं होने के बाद भी जून में इतनी तेजी देखी गई है। इसका मुख्य कारण हीटवेव ही है जिसमें सब्जियों की आवक काफी कम हो गई है।
सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि लगातार पड़ रही तेज गर्मी व धूप के कारण मंडी में मांग के अनुरूप सब्जियां नहीं पहुंच रही है, वहीं जो सब्जियां मिल रही है वह भी महंगें भावों में खरीद कर बेचनी पड़ रही है।
बढ़ गए 20 से 40 रुपए-
सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि तेज गर्मी व धूप के कारण एक माह में हरी सब्जियों के भावों में 20 से 40 रुपए प्रति किलो तक बढ़ौतरी हुई है।जिसका सीधा सा असर रसोई घर में पड़ा है। वहीं आम आदमी की पहुंच से हरी सब्जियां दूर होती जा रही है।
खैरथल में ये रहे सब्जियों के भाव-
आलू -30, प्याज -40, टमाटर -65, कद्दू -40, लहसुन 320, नींबू -165, करेला -43, टिंडा -60, खीरा 40-60, बैंगन -60, ककड़ी -60, शिमला मिर्च -120, हरी मिर्च -160, भिंडी -80, ग्वार फली -120, गोभी -80, कैरी -70, अरबी 120 , चुकंदर -60, तुरई-60, परमल-60-75, लौकी -60, कटहल -80, मशरूम -200, बीन्स -160 रुपए प्रति किलो तक बिक रही हैं।