पश्चिमी राजस्थान को मिला पहला निजी मेडिकल कॉलेज
व्यास मेडिकल कॉलेज को एमबीबीएस की 100 सीटों पर प्रवेश की अनुमति
जोधपुर (बरकत खा)
सूर्यनगरी के लोगों के लिए यह बड़ी खुशखबरी है कि उनके शहर में पश्चिमी राजस्थान का पहला निजी क्षेत्र का मेडिकल कॉलेज खुलने जा रहा है । व्यास मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल को सत्र 2024-25 के लिए एमबीबीएस की 100 सीटों पर प्रवेश की अनुमति मिल गई है । हाल ही में हुए एनएमसी के इंस्पेक्शन में सभी मापदंड़ों पर खरा उतरते हुए व्यास मेडिकल कॉलेज को मान्यता मिली है । यह जानकारी रविवार को आयोजित प्रेस वार्ता में व्यास ग्रुप के चेयरमैन मनीष व्यास ने दी ।
उन्होंने बताया कि यह पश्चिमी राजस्थान व जोधपुर का पहला निजी क्षेत्र का मेडिकल कॉलेज है । वर्ष 2024-25 के लिए 113 संस्थाओं ने मेडिकल कॉलेज शुरू करने के लिए आवेदन किया था । राजस्थान से निजी व सरकारी कॉलेज मिलाकर 12 संस्थाओं ने आवेदन किया था । राजस्थान में केवल दो मेडिकल कॉलेजेज को ही NMC ने परमिशन दी है । जबकि देश भर में 44 कॉलेज को परमिशन दी गई है ।
व्यास मेडिसिटी के डायरेक्टर डॉ. अशोक राठौड़ ने बताया कि व्यास मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में 735 बेड की सुविधा है । इसके अलावा 12 ऑपरेशन थियेटर, आईसीयू, एनआईसीयू, सीसीयू, कार्डिक मरीजों के लिए कैथ लैब के अलावा ब्लड बैंक की भी सुविधा है ।
व्यास मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. के सी अग्रवाल ने बताया कि जोधपुर से मेडिकल की पढ़ाई करने के इच्छुक बच्चों को अब उनके शहर में सुविधायुक्त एक प्राइवेट कॉलेज में बेहतरीन शैक्षणिक व सह-शैक्षणिक माहौल मिलेगा । शहर से बाहर के प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं के लिए बॉयज व गर्ल्स हॉस्टल अलग-अलग की सुविधा कॉलेज कैम्पस में ही उपलब्ध है ।
व्यास मेडिसिटी की मैनेजिंग डायरेक्टर आशा व्यास ने बताया कि पिछले करीब बीस वर्षों से स्कूल एजुकेशन से लेकर हायर एजुकेशन की सुविधा एक ही कैम्पस में उपलब्ध है । इनमें नर्सिंग, बीएसएस नर्सिंग, डेंटल, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, कॉमर्स, बीएड के संस्थान संचालित है, जिसमें अब व्यास मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल का नाम जुड़ गया है । इस मौके पर व्यास ग्रुप के प्रोजेक्ट मैनेजर डॉ रजनीश अग्रवाल उपस्थित थे ।