खबर चलने के बाद हरकत में आया प्रशासन, अधिकारियों का लवाजमा देख आनन फानन मे निकालने लगे गाद
जहाजपुर(आज़ाद नेब) बीसलपुर बांध के पेंदे में जमा पत्थर, बजरी, मिट्टी निकाल कर बांध की गहराई करने एवं पानी स्टोरेज को बढ़ाने के लिए ईआरसीपी प्रोजेक्ट के तहत बीसलपुर बांध से गाद (silt) निकालने का ठेका 20 साल के लिए गुजरात की फर्म एन जी गढ़िया को दिया गया।
फर्म द्वारा नदी के नीचे से तलछट ओर मलबे को हटाने के बजाए बजरी को छान कर बाहर निकाल रही है बाकी मलबे मिट्टी, पत्थर को नदी में ही छोड़ रही थी इस मामले को लेकर हमने खबरे प्रकाशित की। खबरे छपने के बाद प्रशासन हरकत में आया ओर आज बनास नदी में मौका मुआयना करने पहुंचे खनन विभाग के एमई चंदन कुमार, तहसीलदार रवि कुमार मीणा, सिंचाई विभाग के अयन रामप्रसाद मीणा, फोरमैन दिनेश यादव, रावत खेड़ा पटवारी जमना मीणा ने फर्म के डंपिंग यार्ड का निरीक्षण किया जहां पर आनन फानन मे अधिकारी जाने के बाद ट्रैक्टर ट्राली के माध्यम से गाद डलाई जा रही थी।
मौके पर तीन चार ट्रॉली गाद की दिखाई दी। फर्म केवल ओर केवल बजरी को छान कर बनास नदी में बड़े बड़े स्टॉक करती हुई दिखाई दी। अनियमितताओं की भरमारता देखीं गई। मौके पर गए सभी अधिकारियों की बैठक उपखंड कार्यालय पर एसडीएम सुरेंद्र बी पाटीदार ने ली।
जांच करने आए खनन विभाग के एमई चंदन कुमार ने कहा कि कंपनी के लोगों को अपना काम डूब क्षेत्र के बाहर आकर नहीं करने ओर जहां तक उनका एरिया आता है वहां तक पिलर लगाने की हिदायत दी गई। जांच की गई जिसमें अनियमितताएं नहीं पाई गई पाएं जाने पर कार्रवाई कि जाएगी।ईआरसीपी jen राज लाम्बा ने कहा कि ईआरसीपी प्रोजेक्ट के तहत बांध से गाद निकालने का कार्य चल रहा है अभी धुवाला पुलिया के पास हो रहा है कंपनी के पास 20 साल का समय है सभी जगह से गाद निकली जाएगी। यहां पर जो होल्डर है उनकी भी साफ-सफाई की जाएगी। एसडीएम से जो निर्देश जो मिले हैं उनकी पालना की जा रही है