समाज का दसवां सामूहिक विवाह महोत्सव, खंडेलवाल छात्रावास में चार नव युगल जोड़ों के परिणय सूत्र बंधन की रस्में होगी
सिरोही (रमेश सुथार)
खंडेलवाल वैश्य समाज महासंघ नवपरगना सिरोही के तत्तवावधान में समाज का दसवां सामूहिक विवाह महोत्सव 14 व 15 जुलाई को संपन्न हो रहा है जिसमें चार जोड़े एक दूसरे के हमसफर बनेंगे, इस अवसर पर दूल्हा दुल्हन की सामूहिक बंदोली निकाली गई।
व्यवस्था समिति के लोकेश खंडेलवाल के अनुसार रविवार शाम को खंडेलवाल छात्रावास सिरोही से समाज के परिणय सूत्र बंधन में बंधने वाले चारों जोड़ों की हजारों समाज बंधुओ की उपस्थिति में सामूहिक बंदोली शहर के मुख्य मार्गो से निकाली गई। गाजेबाजो के साथ निकली सामूहिक बंदोली जिसमें सभी दूल्हा दुल्हन अपने-अपने जोड़ों के साथ हाथ थामकर जिंदगी भर साथ निभाने का वादा करते हुए रथ में सवार हुए। सदर बाजार सिरोही स्थित समाज के आराध्य देव श्री ठाकुरजी चारभुजाजी मंदिर में शीश नवाकर प्रभु चरणों में वंदन किया। मार्ग में जगह-जगह समाज बंधुओ ने बंदोली का भव्य स्वागत सत्कार किया। रात्रि को भोजन उपरांत चार जोड़ों ने स्टेज कार्यक्रम के तहत एक दूसरे को वरमाला पहनाई और महिलाओं ने मंगल गीत गाए।
समाज महासंघ अध्यक्ष भगवती प्रसाद नाटाणी ने बताया कि सोमवार को सामेला, तोरण, में मिलनी, हस्तमिलाप, ब्यावला और विदाई आदि के कार्यक्रम संपन्न होंगे। समस्त आयोजन समाज के भामाशाहों के सहयोग से महासंघ द्वारा आयोजित किया जा रहा है। वर पक्ष की आवास व्यवस्था सिंधी धरमशाला सिरोही में की गई।
परिणय सूत्र में बांधने वाले जोड़े -
हिना पुत्री विजय कुमार खुंटेटा संग विष्णु पुत्र चंपकलाल कूलवाल, चंद्रिका पुत्री तुकाराम कूलवाल संग कैलाश कुमार पुत्र किशोर कुमार नाटाणी, सुभद्रा पुत्री हंसमुख नाटाणी संग नकुल पुत्र जगदीश मेहरवाल तथा आशा पुत्री भंवरलाल कूलवाल संग गौरव पुत्र भगवती प्रसाद नाटाणी कुल चार जोड़ों का शुभ विवाह आयोजन के दौरान विधि विधान से संपन्न होगा।
इनकी रही उपस्थिति -
महासंघ कोषाध्यक्ष दिनेश खुंटेटा, सहमंत्री दिनेश नाटाणी, उपाध्यक्ष रतन बालोतरा,चंद्रकांत खुंटेटा सिरोही, जितेंद्र बडगांव, दिनेश बबलू, रोशन, प्रवीण कुमार, राजू बालोतरा, किरण कुमार, इंद्रमल, हितेश, गोविंदराम बड़गांव, पारसमल, सुरेश कुमार, दिलीप धानेरा, विलास, ओम प्रकाश मेहरवाल, कैलाश नाटाणी मोहब्बत नगर आदि ने व्यवस्था में सहयोग किया तथा किशोर कुमार नाटानी, प्रदीप खुंटेटा, मांगीलाल नाटाणी, कांतिलाल झाड़ोली, दिलीप मेहरवाल शाहिद बड़ी संख्या में गणमान्य बंधु एवं समाज के स्त्री पुरुष मौजूद रहे।