मन की कल्पना को पूर्ण करता है कल्पवृक्ष - भावरिया
उदयपुरवाटी (सुमेर सिंह राव ) उपखंड क्षेत्र के पचलगी के पास झडाया बालाजी मंदिर में मंदिर के महंत श्री श्री 108 श्री सीताराम दास महाराज के सानिध्य में कल्पवृक्षों की पूजा अर्चना की गई l पचलंगी वन सुरक्षा समिति के अध्यक्ष मदनलाल भावरिया ने जानकारी देते हुए बताया कि सन 2006 में वन सुरक्षा समिति पचलंगी के तहत राज्य सरकार के आदेशानुसार 47 वा वन महोत्सव यहां पर मनाया गया था l तत्कालीन जिला कलेक्टर भवानी सिंह देथा की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन हुआ था l उस समय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अभिजीत प्रधान मुख्य वन संरक्षक व कार्यक्रम के आयोजक वन सुरक्षा समिति पचलंगी तथा क्षेत्रीय वन अधिकारी एस.आर.काला रहे l
इस शुभ अवसर पर चार कल्पवृक्ष लगाए गए l जिनकी वर्तमान में ऊंचाई 25 से 30 फूट तक है l तथा इन वृक्षों का ग्रोथ काफी चौड़ा है l बताया जाता है कि वेदों में कल्पवृक्ष की भी काफी महिमा है l समुद्र मंथन में 14 रतन जो निकले उसमें कल्पवृक्ष भी शामिल है l वेदों की जानकारी के अनुसार इस वृक्ष की उम्र 1000 वर्ष बताई गई है l झड़ाया मैं यह चार कल्पवृक्ष तीन महान संतों के नाम से वह एक श्री हनुमान जी महाराज के नाम से अभी भरपूर वृक्ष के रूप में विद्यमान है l वन सुरक्षा समिति पचलंगी के अध्यक्ष मदनलाल भावरिया मैं आगे बताया कि कल्पवृक्ष लगाते ही झडाया के पास तीन किलोमीटर की परिधि में भारी मूसलाधार बरसात हुई बताते हैं यह भी एक बहुत बड़ा चमत्कार दिखाई दिया था l तथा झडाया बजरंग धाम आश्रम में 108 कुंण्डीय श्री राम महायज्ञ की घोषणा की जो 2008 में आयोजित हुआ l इसलिए जरा बजरंग धाम आश्रम कल्प वृक्षों को देखते हुए राजस्थान का मिनी चेरापूंजी बनता जा रहा है l यह यहां स्थित कल्पवृक्षों की ही दिन बताई जा रही है l