बिजली महंगी करने के निर्णय की व्यापारियों ने की आलोचना, निर्णय वापस नही लिया तो व्यापारसंघ करेगा आंदोलन
भरतपुर (कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) भरतपुर ज़िला व्यापार महासंघ द्वारा आगमी बिजली बिलों में बढोतरी होने पर अपना विरोधी प्रगट किया,जिलाध्यक्ष संजीव गुप्ता द्वारा बताया गया कि व्यापार जगत काफी लम्बे समय से बिजली सस्ती करने की मांग करता रहा हैं, लेकीन इसके उलट आर ई आर सी द्वार घरेलू ब कौमर्सियल सभी उपभोक्ताओं के बिलों में स्थाई शुल्क के साथ साथ फ्यूल सरचार्ज वसूलने के निर्णय चौकाने वाला है, जिसका की भरतपुर ज़िला व्यापार महासंघ द्वारा आलोचना कर विरोध करता है, ज़िला कोषाध्यक्ष जयप्रकाश बजाज ने बताया की यह अजीब तरह के निर्णय उद्योग जगत के लिए चिन्ता के विषय है की सुबह 6से 8और शाम 6 से 10 बिजली महंगी मिलेंगी बाजारों में भी मध्यम वर्ग के व्यापारी पर भी इससे फर्क पड़ेगा, ज़िला प्रवक्ता विपुल शर्मा ने बताया कि मौजूदा वक्त में व्यापार की हालत नाज़ुक बनी हुई है इससे महंगाई का भार आम जनता पर पड़ेगा क्यूकि बिजली महंगी होने से उत्पादन की लागत मे वृद्धि होगी, साथ ही उद्योग धंधे पड़ोसी राज्यों से स्पर्धा भी नहीं कर पाएंगे, सरकार को फ्री की रेवड़ी बाटनी बन्द करनी चाहिए प्रदेश में लगभग डेढ़ करोड़ बिजली उपभोक्ता हैं और 98लाख उपभोक्ताओं को सब्सिडी के रूप में लगभग सवा 5करोड़ सब्सिडी के रूप में बांट दिए जाते है यह भार बचे कुचे उपभोक्ताओं पर लाद दिया जाता हैं, एक तरफ सरकार ई वी वाहनों को प्रमोट कर रही हैं दूसरी तरफ़ ई वी चार्जिंग स्टेशन की बिजली दर बढ़ा रही है,
कुल मिला कर बात यह है कि व्यापारियों,उद्योगपतियों के साथ साथ आमजन में भी इससे नाराजगी है और व्यापार महासंघ इसका विरोध करेगा, इसके लिऐ सर्वप्रथम मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर अपना विरोध दर्ज कराएगा, अगर फिर भी राहत नहीं मिलती है तो सभी को साथ लेकर आन्दोलन करने से भी गुरेज नहीं करेगा।