वन्य जीवों के बीना जीवन अधूरा- देशपाल यादव
तिजारा वन वन्यजीव वनस्पति के बिगड़ते पर्यावरणीय हालातों रसायनों के उपयोग व उजड़ते परम्परागत ग्रामीण परिवेश से आज पक्षियों के अपने आवास उजड़ने के साथ उन्हें प्राकृतिक स्थल जों आवासों के योग्य अण्डे से चूजे तैयार करने में मददगार होतें वो नष्ट होने से इनके प्रजनन के साथ विकास पर दुष्प्रभाव पड़ने से दिनों दिन संख्या कम होतें जा रही है। जिससे पारिस्थितिकी सिस्टम पर भी प्रभाव पड़ रहा है। इन सब प्रभावो को देखते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पर्यावरण प्रेमी देशपाल यादव ने पक्षियों के लिए कच्चे नारियल के खोल से आठ घोंसले बना कर भरतदास महाराज के सानिध्य में राधे कृष्ण मंदिर, सांई मंदिर, खेल ग्राउंड में बांधे । इस अवसर पर देशपाल यादव ने बताया कि हम एक दूसरे के पूरक हैं । जब जब किसी जीव का हास होता है। या एक प्रजाति विशेष विलुप्त होती है। तब दुसरे जीवों पर प्रभाव पड़ने के साथ ही पुरा इकोलॉजिकल सिस्टम डगमगाने लगता है। हमें इन की सुरक्षा के इंतजाम करने चाहिए। मानव सभी में श्रेष्ठ है। इसलिए अपने विकास के साथ सुक्ष्म से सुक्ष्म जीव का ख्याल रखते विकास कों गति दी जानी चाहिए अन्यथा विनाश में देरी नहीं होगी। यह बात उन्होंने चिड़ियाओं के लिए घोंसले लगातें समय आम जन से एक अपील करते हुए कहीं।इस अवसर पर ओपी यादव, पोहपसिह, मिंटु यादव, विक्रम सिंह गुर्जर, धर्मबीर, रणबीर सिंह सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
- मुकेश कुमार