सिंधी समाज ने तपोभूमि नंगली धाम में भगवान झूलेलाल के किए दर्शन

खैरथल (हीरालाल भूरानी ) सिंधी समाज के सैकड़ो महिला एवं पुरुषों ने जत्थे के साथ नंगली धाम पहुंचकर अपने इष्ट देव भगवान झूलेलाल के दर्शन किए, सिंधी समाज के प्रवक्ता सुनील बतरा ने बताया कि सिंधी समाज के मुखी गोकुलदास मृगवाणी एवं पूज्य बहराणा मंडल के बाबा साहब बाबूलाल चंदनानी के नेतृत्व में कस्बे के सैकड़ो महिलाएं एवं पुरुषों ने सोहना (हरियाणा) से 4 किलोमीटर की दूरी पर पहाड़ों के बीच बसे गांव नंगली धाम में सैकड़ो वर्ष पुराने प्राचीन झूलेलाल के मंदिर में पहुंच कर दर्शन किया ! वहां पर मंदिर की प्रतिदिन पूजा करने वाले पुजारी लोकेश भगत जी ने बताया कि इस समय हमारे परिवार की 11वीं पीढ़ी इस मंदिर की देखभाल कर रही है उन्होंने बताया कि विमाजन से पूर्व जब ब्रिटिश सरकार का शासन था तब यह गांव सांप की नंगली नाम से जाना जाता था और यहां के लोगों ने उस समय दो अंग्रेजों को मार गिराया था तब ब्रिटिश सरकार ने गांव के पांच लोगों को हत्या के आरोप में फांसी पर चढ़ा दिया था और गांव वालों की सारी जमीन कुर्क करके यहां की जमीन अन्य लोगों को दे दी थी , तब हमारे बुजुर्गों ने उसे समय पेड़ के नीचे बने चबूतरे पर जलती भगवान झूलेलाल की अखंड ज्योत पर अपने गांव की जमीन वापस दिलाने की प्रार्थना की , तथा विभाजन के बाद गांव के लोगों ने अपनी जमीन वापस खरीद कर यह गांव को वापस बसाया तब से गांव के लोगों की इष्टदेव भगवान झूलेलाल के प्रति आस्था बनी हुई है , नांगली धाम में लगभग 50-60 घर गुर्जर जाति के बसे हुए हैं और गुर्जर ही यहां के मंदिर की सेवा करते आ रहे हैं । यहां शाम की आरती के समय गांव के लगभग डेढ़ सौ लोग मौजूद रहते हैं । सिंधी समाज के जत्थे का वहां की महिला एवं पुरुषों ने शानदार स्वागत सत्कार किया और वहां की गुर्जर समाज की महिलाओं ने महिलाओं के साथ भजन कीर्तन कर लोक नृत्य किया! इस अवसर पर नंदलाल हरवानी, तीरथ दास बतरा, प्रभु दयाल चंदनानी , झामनदास हरवानी ,मुरलीधर बच्चानी ,नरेश मंघनानी घनश्याम चंदनानी , हिमांशु बतरा ,भरत चंदानी नितिन कुमार सहित सिंधी समाज के गणमान्य लोग मौजूद रहे






