चर्चा चाय पर - वैचारिक वार्ता आयोजित:भीलवाड़ा जिला शाखा का कार्यक्रम
हम चाहे विकास के नाम पर चांद पे पहुंच जाएं लेकिन विचारों से अभी भी पाताल लोक में ही है महिलाओं के चरित्र पर आक्षेप लगाना सबसे आम बात है
भीलवाड़ा: राजकुमार गोयल
एक स्त्री को आगे बढ़ता देख लोग उसके संघर्ष पर नहीं, उसके चरित्र पर अंगुली उठाते हैं.. सदियों से यही होता आया हैं.. और शिक्षा का फैलाव होने के बाद भी यह बदस्तूर जारी है , फिर चाहे वह राजनीतिक क्षेत्र हों, व्यावसायिक क्षैत्र हो या सामाजिक क्षेत्र हों ! विशेष तौर पर आज के राजनैतिक जीवन का तो यह कड़वा सत्य ही बन गया है ! यह तथ्य उभरकर आये अन्तर्राष्ट्रीय माहेश्वरी कपल क्लब भीलवाड़ा जिला शाखा के कार्यक्रम " चर्चा चाय पर - वैचारिक वार्ता " में ।
चर्चा में वक्ताओं ने कहा कि हम चाहे विकास के नाम पर चांद पे पहुंच गये हों लेकिन विचारों से अभी भी पाताल लोक में ही है ! अपनी असफलता और अपनी कुंठा को छिपाने का सबसे आसान तरीका है किसी भी क्षैत्र की सफल महिलाओं के चरित्र पर आक्षेप लगाना ! और सबसे दुखद बात यह भी है कि महिलाओं के इस चरित्र हनन कार्य में पुरुष वर्ग के साथ साथ महिलाएं भी पिछे नहीं है ! आज के आधुनिक दौर में यह भी एक वजह है कि समाज का बहुत बड़ा वर्ग ना चाहते हुए भी अपनी बहन बहू बेटियों पर प्रतिबंध लगाता है, चाहे उनमें कितनी ही प्रतिभा क्यों ना छिपी हुई हो , उनको विभिन्न क्षैत्रों में पार्टीसिपेट करने से रोकता है ! विशेष तौर पर हमारे माहेश्वरी समाज में तो आज के राजनैतिक जीवन का यह कड़वा सत्य ही बन गया है और यह भी एक बहुत बड़ा कारण है कि माहेश्वरी समाज में महिला राजनैतिक नेतृत्व शून्यता की कगार पर है ! समय की जरूरत है कि हमें अपने विचारों में परिवर्तन लाना ही चाहिये ।
बुधवार को क्लब कार्यालय पर आयोजित इस वैचारिक वार्ता के संयोजक क्लब के पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश जागेटिया ने बताया कि भीलवाड़ा जिला सांस्कृतिक सचिव श्रीमती निशा सोनी के निर्देश पर इस सार्थक विषय पर चर्चा चाय पर का आयोजन किया गया ! कार्यक्रम की अध्यक्षता क्लब के राष्ट्रीय महासचिव डॉ अशोक सोडाणी ने की तथा मुख्य अतिथि राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष सुरेश सोनी व पूर्व जिलाध्यक्ष बी एल मेलाणा थे।