स्वामी ध्यानगिरी महाराज की वर्षी उत्सव पर लगाए रक्तदान शिविर में रिकार्ड 405 यूनिट रक्त हुआ संग्रहित
खैरथल (हीरालाल भूरानी)
स्वामी ध्यानगिरी महाराज जी की 33 वी बर्सी उत्सव के तहत रविवार को सुबह 9 बजे से साय 4 बजे तक आनंद नगर कॉलोनी स्थित गुरु मंगलगिरी सन्यास आश्रम शिवालय में स्वामी गोविन्दगीरी महाराज के सानिध्य में छठा स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में ऐतिहासिक 405 यूनिट रक्तदान हुआ।
रक्तदान से पूर्व सुबह 9 बजे भगवान झूलेलाल, भगवान दत्तात्रेय,स्वामी मंगलगिरी महाराज,स्वामी ध्यानगिरी महाराज,स्वामी सहजगिरी महाराज, स्वामी गोपालगिरी महाराज,स्वामी लीलाशाह महाराज सहित सभी संत महात्माओं की प्रतिमा के समक्ष स्वामी गोविन्दगीरी महाराज, समाजसेवी लालचंद रोघा,पूज्य सिंधी पंचायत अलवर जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश रोघा,मुखी अशोक महलवानी,पुरुषार्थी प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष सेवक लालवानी,जेठानंद लखानी, प्रदेश मंत्री गिरधारीलाल ज्ञानानी,पार्षद जाजन मुलानी,पुष्करणा समाज अध्यक्ष ध्रुव ठक्कर, घनश्याम भारती,प्रदेश मंत्री राजकुमार दादवानी, दीपचंद लोढ़ा, गोपालदास पेशवानी ने विधि विधान से पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान स्वामी गोविन्दगीरी महाराज ने कहा कि रक्तदान महादान है आपके द्वारा किए गए रक्तदान से 3 लोगों को जीवन मिलता है। रक्तदान करने से मोटापा घटता है, हार्ट अटेक का खतरा कम हों जाता है तथा 18 वर्ष से अधिक का कोई भी महिला और पुरुष रक्तदान कर सकता है। सभी को रक्तदान के फायदे ही फायदे है कोई भी किसी भी तरह का नुकसान नहीं है। पूज्य सिन्धी पंचायत अलवर जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश रोघा ने बताया की रक्तदान शिविर में युवाओं व महिलाओं ने रक्तदान के प्रति भारी उत्साह दिखाया। भारतीय सिन्धु सभा खैरथल,स्वामी ध्यानगिरी सेवा मंडल के कार्यकर्ताओं एवं स्वास्थ्य कल्याण ब्लड बैंक जयपुर, अलवर ब्लड बैंक अलवर, जीवनधारा ब्लड बैंक अलवर व राजीव गांधी अस्पताल अलवर के सहयोग से रक्तदान करने के लिए 455 रक्तदानियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया लेकिन कुछ कारणों से कई रक्तदान नहीं कर पाए और उन्हें निराश होकर घर जाना पड़ा। शिविर के दौरान सभी रक्तदाताओं,डॉक्टरो, भारतीय सिंधु सभा,स्वामी ध्यानगिरी सेवा मंडल के कार्यकर्ताओं,पत्रकारों, सेवादारो को स्वामी गोविन्दगीरी महाराज द्वारा स्मृति चिन्ह एवं प्रसाद देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान प्रताप कटहरा,नामदेव रामानी,तुलसीदास भूरानी, चेतन तनवानी,धर्मदास गनवानी, राजू गनवानी, ईश्वर माखीजा, धर्मदास गनवानी,विक्की कटारिया, बबन गुरनानी,बाबू लालवानी, लेखराज प्रदनानी,पूरण केवलानी, ठाकुरदास गिदवानी, पीकू लालवानी, राजू भगत
दयाचंद बच्चानी, आकाश चेतवानी, प्रेम प्रदनानी,इंदु गोरवानी,हितेश कोहिस्तानी,नानकचंद मंघवानी, लक्ष्मण भूरानी,ताराचंद आसवानी, राजा मंगलानी, सोनू कटारिया, परमानंद आदि सेवादार मौजूद रहे।