प्रयागराज महाकुंभ में रोज कथा का रसपान कर रहे हैं श्रोतागण
राजा बलि की कथा सुनकर भाव विभोर हुए श्रोता - आचार्य खगेंद्र महाराज
उदयपुरवाटी (सुमेर सिंह राव) प्रयागराज महाकुंभ में आए हुए श्रद्धालुओं को रोज कथा का रसपान करवाया जा रहा है l कथा का सार बताते हुए आचार्य खगेंद्र महाराज ने कहा कि राजा बलि ने अश्वमेध यज्ञ किया तो इंद्र का सिंहासन हिलने लगा l इसे लेकर सभी देवता भयभीत होकर भगवान विष्णु के पास गए और राजा बलि के यज्ञ को रोकने की प्रार्थना करने लगे l तब भगवान बावन रूप धारण करके राजा बलि के द्वारा पहुंचे और राजा बलि से तीन पग भूमि दान में मांगी l कथावाचक खगेंद्र महाराज ने कथा के दौरान आगे बताया कि इस कथा से भगवान शिक्षा देना चाहते हैं कि दान में यदि कोई विधन डालता है तो भगवान उसे दंडित जरुर करते हैं l इस दौरान झडाया बालाजी मंदिर के महंत श्री श्री 108 श्री सीताराम दास जी महाराज, राष्ट्रीय सामाजिक जन चेतना मंच के अध्यक्ष एवं समाजसेवी मदनलाल भावरिया ,समाजसेवी मुक्तिलाल सैनी, भगवान सहाय यादव पीटीआई ,रामावतार जांगिड़ ,देवीलाल कस्वा ,राकेश खरिटा, राकेश सैनी व समस्त हलवाई टीम हरियाणा मौजूद रही l