प्रयागराज कुंभ में रोज दी जा रही है यज्ञ में आहुतियां
यज्ञ भगवान का स्वरूप होता है - मदनलाल भावरिया
उदयपुरवाटी (सुमेर सिंह राव) तीर्थराज प्रयाग में जप, यज्ञ, दान करने का बहुत ही विशेष महत्व माना गया है l यहां पर आने वाले सभी तीर्थ यात्री स्नान ध्यान अवश्य करते हैं l यज्ञ से देवता, पितृ और प्रकृति को भोजन मिलता है l प्राचीन काल में ऋषियों ने यज्ञ से ही देवताओं को प्रसन्न किया था और यज्ञ से ही भगवान राम का जन्म हुआ था lयज्ञ करने से ही देवताओं को शक्ति मिलती है व प्रकृति शुद्ध होती है l राष्ट्रीय सामाजिक जन चेतना मंच के अध्यक्ष एवं समाजसेवी मदनलाल भावरिया ने प्रयागराज महाकुंभ से फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि आजकल के लोग अपने यज्ञ परंपराओं को और गुरुकुल को छोड़ने जा रहे हैं इसीलिए प्राकृतिक आपदाएं भोगनी पड़ती है l समाजसेवी मदनलाल भावरिया ने बताया कि इस वर्ष 2025 में माघ मास में 144 वर्ष बाद महाकुंभ लगा है l श्री श्री 1008 श्री घनश्याम दास जी महाराज व डॉक्टर हरिदास जी महाराज इस पुण्य कार्य की प्रेरणा से यज्ञ में आहुतियां दी जा रही है ,l इस दौरान झडाया बालाजी मंदिर के महंत श्री श्री 108 श्री सीताराम दास महाराज ,समाजसेवी मदनलाल भावरिया, समाजसेवी मुक्तिलाल सैनी, भगवान सहाय यादव पीटीआई, रामावतार जांगिड़, देवीलाल , राकेश खारिटा, राकेश सैनी एवं समस्त हलवाई टीम हरियाणा मौजूद रहे l