लापरवाही के कारण मौत का ग्रास बनी बालिका

अलवर (अनिल गुप्ता) अलवर की अरावली विहार थाना अंतर्गत स्थानीय आरती बालिका गृह में दो वर्ष पूर्व चाइल्डलाइन को मिली एक बालिका की सरकारी लापरवाही से मौत हो गई जानकारी के अनुसार 12 वर्षीय प्रियंका दो वर्ष पूर्व अरावली विहार थाना पुलिस को थाना क्षेत्र स्थित काला कुआं में घूमती हुई मिली ।
पुलिस ने बच्ची को चाइल्डलाइन के हवाले कर दिया जहां से उसे आरती बालिका गृह भेजा गया जहां वह वर्तमान में पांचवी कक्षा की छात्रा थी 31 जनवरी को अचानक तबीयत खराब होने पर उसे अलवर के सामान्य चिकित्सालय लाया गया जहां से उसे कम उम्र होने के कारण शिशु चिकित्सालय भेज दिया गया शिशु चिकित्सालय में वेंटिलेटर पर रखा गया वहीं एमआरआई के दौरान बच्ची के ब्रेन में टीबी की पुष्टि हुई जिस पर उसे वेंटिलेटर पर रखा गया और जयपुर रैफर करने की सलाह दी गई आरती बालिका गृह के संचालक चेतराम सैनी का कहना है कि पिछले चार साल से बोल अधिकारी का विभाग की ओर से मुझे अनुदान नहीं दिया गया बच्ची को रैफर करने के लिए सहायक निदेशक रविकांत को बार-बार पत्र भेजा गया और फोन से भी संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने कोई गंभीरता नहीं दिखाई ऐसे में इलाज के अभाव में बच्ची ने 11 फरवरी को दम तोड़ दिया तीन दिन तक शव मोर्चरी में रख रहा वही आधार कार्ड के जरिए परिजन भी मिल गए जिसमें पता लगा कि प्रियंका के पिता की 2012 में मौत हो गई थी उसके बाद मां अपने तीनों बच्चों को लेकर दूसरे आदमी के साथ चली गई जहां से प्रियंका भाग गई थी फिलहाल मृतक बच्ची के ताऊ के साथ गांव के लोग अस्पताल पहुंचे जहां पर बालिका का पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।






