अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा संचालित दिव्या ज्योति कलश यात्रा पहुंची मंडावर
जगहजगह श्रद्धालुओं ने किया पुष्प वर्षा पूजा अर्चना कर भव्य स्वागत

मंडावर (अवधेश अवस्थी) मंडावर उपखंड मुख्यालय सहित मंडावर क्षेत्र के गढ हिम्मत सिंह, पीलवा रसीदपुरमें सोमवार कोअखिल विश्व गायत्री परिवार, शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा संचालित दिव्य ज्योति कलश यात्रा सोमवार को महुवा नगर में गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति के पश्चात महामृत्युंजय मंत्र के साथ आहुतियां प्रदान कर लोक कल्याण एवं जन कल्याण के लिए कामना की इसके बादप्रातः 11:00 बजे दिव्य ज्योतिकलश यात्रा रथमंडावर बस स्टैंड पर
पहुंची
इस दौरान मंडावर कस्बे के नए बस स्टैंड पर उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में दिव्य कलश रथयात्रा बैंड बाजा ढोल नगाड़ों के साथ दिव्य ज्योति कलश यात्रा के साथ नाचते गाते गायत्री परिवार के जुड़े लोगों सहितश्रद्धालुओं ने गायत्री माता के जयकारों के साथ रवाना हुई इस दौरान मंडावर थाना पुलिस द्वारा ट्रैफिक व्यवस्था को संभालते हुए दिव्य ज्योति कलश यात्रा मंडावर शहर के मुख्य बाजार होते हुए निर्गुण दरबार गढ़ रोड के साथ मंडावर की विभिन्न कालोनियों में से गुजरी। इस दौरान दिव्य ज्योति कलश यात्रा परजगह-जगह शहर वासियों ने यात्रा का पुष्प वर्षा के द्वारा स्वागत किया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने अनेकों स्थानों पर तोरण द्वार लगाए गए एवं बैंडबाजों ढोल नगाड़ों की मधुर स्वर लहरियों के बीच भावभीनी स्वागत किया गया। महिलाओं ने मंगल गीत गाए। गायत्री मंत्र के सामूहिक उच्चारण के बीच दिव्यज्योति कलश की पूजा अर्चना करआरती उतारी गई एवं अपने उज्जवल भविष्य की मनोकामना की। तत्पश्चात यात्रा रायपुर होते हुए गढ़ हिम्मत सिंह पहुंची। जहां विद्यालय के छात्र-छात्राओं सहित ग्रामीण श्रद्धालुओं ने कलश यात्रा का पूजा अर्चना कर स्वागत किया इसके बाद यात्रा पीलवा रसीदपुर होते हुए देर शाम रात्रि को महुवा पहुंची जहां से दिव्य कलशरथ यात्रा सिकराय के लिए रवाना हुई इस दौरान शांति कुंजहरिद्वार से आई गायत्री चालीसा,गायत्री माता की प्रतिमा की तस्वीर समाचार पत्र सहित अन्य साहित्य सामग्री श्रद्धालुओं सहितआमजन् को फ्रीबांटी गई
यह जानकारी देते हुए कोषाध्यक्ष रमेश शर्मा रेंजर ने बताया कि गायत्री मंत्र की पूजा से जहां मन को शांति मिलती है वही गायत्री मंत्र जप से विवेक, दूरदर्शिता, तत्व ज्ञान और ऋतंभरा प्रज्ञा की अभिवृद्धि होने से अनेक कुमति व अज्ञान से उत्पन्न दु:खों का निवारण हो जाता है। प्रारब्धवश, अनिवार्य कर्म फल के कारण कष्ट साध्य परिस्थितियां हर एक के जीवन में आती रहती हैं। जिसे घबराकर साधारण मनोभूमि के लोग जहां घोर कष्ट पाते हैं तो वहीं आत्म बल संपन्न गायत्री साधक अपने विवेक, ज्ञान, वैराग्य, साहस, आशा, उत्साह और ईश्वर विश्वास का आधार पर इन घटनाओं को हंसते-हंसते आसानी से काट लेता है। गायत्री मंत्र निसंदेह सर्वश्रेष्ठ एवं सर्वोत्तम मंत्र है।
इस अवसर पर जिला समन्वयक रूपनारायण मामोडिया, गजानंद,लज्जाराम मीना, गौ पुत्रअवधेश अवस्थी, दिनेश सिद्ध, रामचरण शर्मा, गिरधर शर्मा,पूर्व प्रधान शारदा शर्मा, मुकेश बंसल, ओमप्रकाश, राजेश शर्मा, अनुज पाराशर, कुलदीप सिंह राजपूत भाजपामंडल अध्यक्ष, विजय पाल मीना, अनिल मित्तल, अशोक शर्मा, गोपाल कुमार, शिवम कुमार, विष्णु कुमार, देवेंद्र प्रसाद, रामचंद्र, जगमोहन, देवकी अग्रवाल, रामचरण शर्मा, नाथू लाल शर्मा, मुरारी लाल, , रमा शर्मा, कुसुम राजपूत,माया खंडेलवाल, माया शर्मा, आकांक्षा सोनी संगीता शर्मा, शंभू मीणासहित गायत्री परिवार के सैकड़ो महिला पुरुषकार्यकर्ता सहित सैकड़ो श्रद्धालुउपस्थित रहेथे।






