लक्ष्मणगढ़ में अस्थाई अतिक्रमण बना गंभीर संकट, नगरपालिका की निष्क्रियता से जनता बेहाल

लक्ष्मणगढ़ (अलवर) कमलेश जैन
शहर में अस्थाई अतिक्रमण दिन-ब-दिन विकराल रूप लेता जा रहा है, लेकिन नगरपालिका इसे हटाने में पूरी तरह विफल नजर आ रही है। शहर के मुख्य मार्गों, नगर पालिका के गेट पर बाजारों, बस स्टैंड और ऐतिहासिक चौराहे के आसपास ठेले, अस्थाई दुकानें और निजी वाहनों ने आमजन के लिए रास्ता तक संकीर्ण कर दिया है।
पुराना बस स्टैंड, जहां कभी रोडवेज बसों की आवाजाही हुआ करती थी, अब पूरी तरह अतिक्रमण की चपेट में आ चुका है।अतिक्रमण के कारण ही बस सेवा यहां से बंद कर दी गई, शहर के मालाखेड़ा मार्ग पुराने हॉस्पिटल के पास मार्गों पर भी निजी वाहनों की अवैध पार्किंग के कारण पैदल चलना मुश्किल हो गया है। इस रोड पर दिन भर जाम की स्थिति बनी रहती है।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि नगरपालिका न तो कोई स्थायी समाधान तलाश रही है, और न ही सख्त कार्रवाई कर रही है। यदि कभी अतिक्रमण हटाने का अभियान चलता भी है तो वह या तो राजनीतिक दबाव में रुक जाता है या दो दिन में ठंडा पड़ जाता है।
कस्बे के मेंन बाजार में आज अतिक्रमण हटाने निरोधक दस्ता पहुंचने पर हड़कम मच गया लेकिन टीम द्वारा वापसी के बाद ही दोबारा मेंज स्टॉल आदि समान लगा लिए गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर कोई अधिकारी साथ नहीं था।
समस्या का स्थायी समाधान वेंडर जोन की प्रभावी व्यवस्था और प्रशासनिक इच्छाशक्ति से ही संभव है। जब तक नगरपालिका अपने दायित्वों का गंभीरता से पालन नहीं करेगी, तब तक शहर अस्थाई अतिक्रमण के बोझ तले दबा रहेगा और आमजन त्रस्त होता रहेगा।
नगर पालिका के कनिष्ठ अभियंता का कहना है कि अस्थाई अतिक्रमण करने वाले लोगों पर निगरानी रख जुर्माना राशि एवं समान जप्तती की कार्यवाही शीघ्र ही अमल में लाई जाएगी।






