शहीद हवलदार किशन लाल गुर्जर की प्रतिमा का गृह राज्य मंत्री बेढम ने माँची मीरापुर में किया अनावरण
राजस्थान के वीरों ने हमेशा अपनी वीरता और कौशल का परिचय दिया है: मंत्री श्री बेढम

सरकार शहीद के परिवार के साथ हर कदम पर खड़ी है - बेढ़म
कोटपूतली–बहरोड़, (भारत कुमार शर्मा भारत) राज्यमंत्री, गृह, गोपालन, पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य विभाग, राजस्थान सरकार जवाहर सिंह बेढम ने शुक्रवार को तहसील बानसूर के गांव माँची मीरापुर में भारतीय सेना के अमर शहीद हवलदार किशन लाल गुर्जर की प्रतिमा का अनावरण किया। हवलदार किशन लाल गुर्जर '19 राजपूत बटालियन' में जैसलमेर में सेवायुक्त थे और 7 दिसंबर 2019 को शहीद हुए थे। उनकी स्मृति में माँची मीरापुर गांव में उनकी प्रतिमा स्थापित की गई है।
अनावरण समारोह में बानसूर विधायक देवीसिंह शेखावत, पूर्व मंत्री शकुंतला रावत, सैनिक कल्याण बोर्ड के चेयरमैन प्रेम सिंह बाजोर सहित कई जनप्रतिनिधि व ग्रामजन उपस्थित रहे।
गृह राज्य मंत्री ने आमजन को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे बहादुर सैनिकों के कारण ही आज हम सुरक्षित और शांतिपूर्ण जीवन जी पा रहे हैं। ऐसे वीर सपूतों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्हीं के कारण आज हम अमन और चैन से रह पा रहे है। उन्होंने वीर जवानों के बलिदान को देखते हुए राजस्थान सरकार की सेवाओं में अग्निवीरों को प्राथमिकता व रिजर्वेशन देने की घोषणा के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को धन्यवाद दिया।
उन्होंने देश के सभी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनकी शहादत एक और जहां देश की रक्षा करती है वहीं युवाओं को देशभक्ति का संदेश भी देती है। उन्होंने कहा कि हमारा नौजवान जब सीमा पर होता है तो हर परिस्थिति में देशवासियों की रक्षा में तैनात रहता है, उन्होंने शहीदों के परिवार को भी नमन किया। उन्होंने कहा को सरकार शहीद के परिवार के साथ हर कदम पर खड़ी है। उन्होंने बच्चों की शिक्षा और चरित्र निर्माण पर विशेष बल देते हुए युवाओं का सेना में जाने की प्रेरणा दी।
उन्होंने कहा कि राजस्थान वीरों की भूमि है, राजस्थान के वीरों ने हमेशा अपनी वीरता और कौशल का परिचय दिया है। गृह राज्य मंत्री बेढम ने शहीद की वीरांगना धोली देवी, माता-पिता और अन्य परिजनों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। बानसूर विधायक देवीसिंह शेखावत ने भी शहीद परिवार को सम्मानित करते हुए कहा कि हमारे सैनिकों के कारण ही हम सुख-चैन की नींद सो पाते हैं, ऐसे सभी वीर सपूतों को हमारा नमन है। उन्होंने कहा कि शहीद स्मारकों का सम्मान करना हमारी संस्कृति और कर्तव्य दोनों है। इस अवसर ग्रामीणजनो ने पारंपरिक लोकगीतों और देशभक्ति नारों के माध्यम से शहीद को श्रद्धांजलि दी।






