जिला प्रभारी सचिव ने अधिकारियों की ली बैठक
आमजन को बेहतर सेवाएं एवं समस्या निराकरण के लिए अधिकारी प्रो-एक्टिव होकर कार्य करें : जिला प्रभारी सचिव
भरतपुर 28 मई। शासन सचिव सहकारिता एवं जिला प्रभारी सचिव सुचि त्यागी ने कहा कि अधिकारी गांवों में भ्रमण कर विकास कार्यों का निरीक्षण करें एवं पेयजल, विद्युत एवं चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता का आकलंन कर समस्याओं का शीघ्रता से निराकरण करायें। उन्होंने सभी विभागों को ई-फाइल सिस्टम अपनाने हुए आम नागरिकों की समस्याओं का प्रो-एक्टिव होकर निस्तारण करने के निर्देष दिये।
जिला प्रभारी सचिव मंगलवार को कलक्ट्रेट स्थित वीसी रूम से विभागवार कार्यों की समीक्षा करते हुए उपस्थित अधिकारियों को सम्बोधित कर रही थी। इस अवसर पर संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा, जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव, जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा सहित जिला स्तरीय एवं वीसी के माध्यम से ब्लॉक स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे। उन्होंने विभागवार समीक्षा करते हुए कहा कि गर्मी के मौसम को देखते हुए शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रां में आमजन को निर्वाध रूप से पेयजल एवं विद्युत सप्लाई बनी रहे यह सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि कन्टेजेंसी प्लान में स्वीकृत हुए 37 हैण्डपम्प एवं 10 ट्युबवैल के शेष कार्य को शीघ्र पूरा करे जिससे आमजन को पेयजल उपलब्ध हो सके। उन्होंने जिले में आवश्यक स्थानों पर टैंकरों से हो रहे पेयजल सप्लाई की मॉनिटरिंग करने, सभी वाहनों की भराव क्षमता जांच कर जीपीएस लगवाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन योजना के तहत चल रहे विकास कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए समय पर कार्य पूरे कराये। उन्होंने सभी उपखण्ड अधिकारियों एवं तहसीलदारों को निर्देशित किया की जल जीवन मिशन के पूर्ण हो चुके कार्यां की जांच कर आमजन को मिल रहे पेयजल की गुणवत्ता की समय समय पर जांच करें।
जिला प्रभारी सचिव ने विद्युत सप्लाई की समीक्षा करते हुए कहा कि पेयजल स्रोतों पर विद्युत सप्लाई निरन्तर बनी रहे साथ ही गर्मी के मौसम में अनावश्यक विद्युत कटौती नही की जाये। उन्होंने जलदाय विभाग के नवीन ट्युबवैलों पर प्राथमिकता से कनेक्शन जारी करने, आंधी-तुफान के समय प्रभावित हाने वाली विद्युत सप्लाई को समय पर सुचारू करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि नियंत्रण कक्ष में प्राप्त होने वाली शिकायतों का समय पर निराकरण किया जाये तथा सभी अधिकारी आमजन का फोन उठाना सुनिश्चित करें। चिकित्सा विभाग के कार्यां की समीक्षा करते हुए उन्होंने हीट वेव एवं मौसमी बीमारियों से बचाव के सम्बंध में लोगों को जागरूक कर अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी चिकित्सा संस्थानों में पंखे, कूलर एवं एसी चालू हालात में रहें, मरीजों एवं तीमारदारों के लिए पेयजल एवं छाया की व्यवस्था प्रोपर की जाये। उन्होंने पशुपालन विभाग को सभी गौशालाओं में चारा-पानी की उपलब्धता करने, पशु-पक्षियों के लिए भामाशाहों के माध्यम से दानापानी की व्यवस्था विभिन्न स्थानों पर करने के निर्देश दिए।
सभी विभाग ई-फाईलिंग अपनायें
जिला प्रभारी सचिव ने ई-राजकाज के माध्यम से विभागों द्वारा फाईल निस्तारण की समीक्षा करते हुए सभी विभागों को ई-फाईल सिस्टम अपनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी विभागीय फाईलों को ई-फाईल में कंवर्ट कर समय पर परिवादों का निस्तारण करें। उन्होंने कहा कि गुड गवर्नेंस के तहत ऑनलाइन डाक सिस्टम एवं पुरानी फाईलों को ऑनलाइन की प्रक्रिया निर्धारित समय में पूरी करें।
पौधारोपण को बनायें जन अभियान-
जिला प्रभारी सचिव ने आगामी बरसात के समय जलस्त्रोतों, चारागाह, सिवायचक एवं राजकीय कार्यालयों में अधिक से अधिक पौधारोपण का प्लान बनाकर इनकी देखभाल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पौधारोपण को जिले में जन-जन का अभियान बनायें, एक व्यक्ति एक पौधा लगाकर उसकी देखभाल का संकल्प ले। उन्होंने मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत चल रहे कार्यां को गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने अवैध खनन के खिलाफ प्रभावी अभियान चलाने, सभी विभागों को जनसुनवाई में प्राप्त होने वाले परिवादों का संवेदनशीलता से निराकरण करने के निर्देश दिए।
अधिकारियों से लिया फीडबैक-
जिला प्रभारी सचिव ने उपखण्डवार सभी उपखंडाधिकारी एवं तहसीलदार से क्षेत्र में विजिट के दौरान पेयजल, विद्युत एवं चिकित्सा व्यवस्था के सम्बंध में किये गये निरीक्षणों की जानकारी ली। विकास कार्यों की मॉनिटरिंग एवं राजस्व प्रकरणों के निस्तारण व ई-फाईलिंग को समय पर अपनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारी उपखण्डवार सभी विभागों में समन्वय रखते हुए प्रो एक्टिव होकर कार्य करें। सम्भागीय आयुक्त ने कहा कि सभी अधिकारी क्षेत्र में सक्रियता से पेयजल, विद्युत एवं मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता के लिए संकल्पित होकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि पेयजल, विद्युत सम्बंधी समस्याओं का शीघ्रता से निराकरण किया जाये, जल जीवन मिशन के कार्यों का सभी राजस्व अधिकारी मौका निरीक्षण कर गुणवत्ता सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी चिकित्सा संस्थानों में हीटवेव से बचाव के लिए आवश्यक प्रबंध करते हुए छाया-पानी एवं हवा की व्यवस्था सुदृढ़ रखने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने जिले में पेयजल, विद्युत आपूर्ति के सम्बंध में किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के 52 परियोजनाओं का कार्य चल रहा है, 230 गांव में कार्य लगभग पूर्ण हो चुके हैं, अधिकारी इनका मौके पर निरीक्षण करें। उन्होंने धार्मिक संस्थाओं, सामाजिक संगठनों को सार्वजनिक स्थलों पर चिकित्सा संस्थानों में पेयजल प्रबंध के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी आपसी संवाद रखते हुए जन समस्याओं का शीघ्र निराकरण करें, क्षेत्र भ्रमण कर आमजन से संवाद बनाये रखें। उन्होंने बताया कि जिले में आगामी बरसात के समय 1885 स्थानों पर 7 लाख 19 हजार 794 पौधे लगाने का प्लान तैयार किया गया है। शहरी क्षेत्र में नगर निगम, यूआईटी व नगरपालिकाओं द्वारा तथा ग्रामीण क्षेत्रों में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के माध्यम से जलस्त्रोतों के जीर्णोद्धार का कार्य हाथ में लिया गया है। जिला पुलिस अधीक्षक ने अवैध खनन रोकथाम एवं प्रतिबन्धात्मक कार्यवाही की जानकारी दी। इस अवसर पर यूआईटी सचिव ऋषभ मण्डल, अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन नीरज कुमार मीना, अतिरिक्त कलक्टर शहर श्वेता यादव, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. वीरेन्द्र सिंह, नगर निगम आयुक्त रिछपाल सिंह, उपखण्ड अधिकारी भरतपुर रवि कुमार सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।