हिस्ट्रीशीटर को पकड़ने अलवर पुलिस पहुंची तो अटैक: घेरकर पथराव किया, शीशा फोड़ा, 3 पुलिसकर्मी घायल; ट्रक में चढ़कर फरार
अलवर की एनईबी थाना पुलिस द्वारा बीती रात को एक बदमाश को पकड़ने पर ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर बोलेरो गाड़ी तोड़ डाली। तथा बदमाश को छुड़ा कर ले गए। पुलिस टीम को बुरी तरह पीटा। जिससे गंभीर रूप से घायल कांस्टेबल धर्मेंद्र कुमार को अस्पताल में भर्ती किया गया है। जबकि कांस्टेबल युवराज व साहिल को हल्की चोटें आईं हैं। हमले के दौरान एनईबी थानाधिकारी दिनेश मीणा व ड्राइवर पप्पू शर्मा ने गाड़ी में छिपकर अपनी जान बचाई। जबकि बाकी पुलिसवालों ने भाग छूटे। कई पुलिसकर्मी मौके पर फैली कीचड़ में फिसल कर गिरने से चोटिल हुए। सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) डॉ. तेजपाल सिंह, सिटी सीओ नारायण सिंह सहित एनईबी, वैशाली नगर, कोतवाली, शिवाजी पार्क, अरावली विहार व बगड़ तिराहा थानों से जाब्ता मौके पर पहुंचा। मामले में छः लोगों को पुलिस ने पूछताछ के लिए पकड़ा है। जबकि फरार हिस्ट्रीशीटर फिरोज खान का सुराग नहीं लगा।
आरोपी एक माह पहले ही जमानत पर जेल से छूटा था फिरोज पुत्र खुर्शीद एनईबी थाने का हिस्ट्रीशीटर है। मारपीट, लूट, हत्या के प्रयास के करीब एक दर्जन मामले उस पर दर्ज हैं। फिरोज ने गैंग के साथ मध्यप्रदेश में एक साथ आधा दर्जन पेट्रोल पंप लूटे थे। गिरफ्तार भी हुआ, मगर एक माह पहले ही जमानत पर छूटकर आ गया।
उसने प्रोपर्टी कारोबारी चक्षु पुत्र प्रदीप कुमार गर्ग निवासी रामनगर को 20 मई को रंगदारी के लिए धमकाया।इस पर गर्ग ने इसकी रिपोर्ट एनईबी थाने में दर्ज कराई थी। हिस्ट्रीशीटर फिरोज 23 जून को मन्नाका में मस्जिद के पास अपने घर पर ईद मिलन व भाईचारा सम्मेलन मनाने वाला था। इसके पंपलेट छपवाकर बांटे और खुद को मुस्लिम महासभा का प्रदेश मंत्री बताते हुए जलसे की अनुमति के लिए एडीएम सिटी को प्रार्थना पत्र देकर आया। यह पत्र वेरीफिकेशन के लिए एनईबी थाना पहुंचा तब पुलिस दबिश देने उसके घर पहुंची। जहां फिरोज 15-20 साथियों के साथ कुर्सियां लगाकर बैठा था। पुलिस को देख भागने लगा तो पुलिसकर्मियों ने उसे दबोच लिया। जिसे देख मौजूद लोगों और घर की महिलाओं ने पुलिस पर पथराव कर दिया।
गांव के लोगों ने फिरोज को पुलिस से छुड़ाकर भगा दिया। एनईबी थानाधिकारी दिनेश मीणा ने बताया कि फिरोज खान, उसके परिजनों व अन्य के खिलाफ पुलिस पर जानलेवा हमले, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और राजकार्य में बाधा का केस दर्ज किया है।
- अनिल गुप्ता