राजस्थान में अवैध संबंधों का खूनी अंत प्रेमी ने पति को मारा, लाश लेकर मोटरसाइकिल के पीछे बैठी पत्नी
तखतगढ़ (पाली / बरकत खान) जैतारण थानाधिकारी धोलाराम परिहार ने बताया कि 12 नवंबर रात्रि में निबेड़ा कला में गोचर भूमि में शव मिलने की सूचना पर पुलिस पहुंची। मृतक की पहचान कचरूराम नायक के रूप में हुई थी।
जैतारण क्षेत्र के निबेड़ा कला सरहद में युवक की गला रेत कर हत्या कर शव फैंकने के मामले का पुलिस ने 24 घंटे में पर्दाफाश किया है। इस हत्या के पीछे मृतक की पत्नी का अन्य युवक के साथ प्रेम प्रसंग सामने आया। पुलिस ने हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने हुए मृतक की पत्नी व उनके प्रेमी को गिरफ्तार किया है। जैतारण थानाधिकारी परिहार ने बताया कि 12 नवंबर रात्रि में निबेड़ा कलां में गोचर भूमि में शव मिलने की सूचना पर पुलिस पहुंची। मृतक की पहचान कचरूराम नायक गांव निबेड़ा कला के रूप में हुई। मृतक की मां ने बताया कि उसका पुत्र 12 नवंबर से लापता था ओर सुबह उसकी लाश मिली। कचरूराम के गर्दन पर वार कर उसकी निर्मम हत्या की गई। प्रथम दृष्टया हत्या की आशंका पर टीम का गठन किया। पाली पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की । सूचनाओं का विश्लेषण करने पर पुलिस को मृतक की पत्नी की भूमिका संदिग्ध लगीं। टीम ने साक्ष्य जुटाने के पश्र्धात मृतक की पत्नी व हत्या में उसके सहयोगी भूपेंद्र सेन उर्फ राजू को गिरफ्तार किया।
- बाइट पर शव को जंगल जंगल में फेंका,
पुलिस ने बताया कि कचरूराम की हत्या के बाद उसके शव को आरोपी ने बाइक पर रखा तथा उसकी पत्नी उसे पीछे पकड़े कर बैठ गई तथा सुनसान इलाके में फेंक दिया । सुबह शव मिलने पर मृतक की पत्नी ने रोने का नाटक किया। पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए घटना का पर्दाफाश कर मृतक की पत्नी किरण व भूपेंद्र सेन उर्फ राजू पुत्र कृष्णलाल उर्फ किशनलाल निवासी निबेड़ा कलां को गिरफ्तार किया। टीम ने थाना अधिकारी जैतारण राजदीपेंद्र सिंह, थानाधिकारी बर दीपाराम उनि जैतारण सोहन सिंह उनि, राजेन्द्र सिंह एचसी त्रिपाठी एचसी बजरंग त्रिपाठी एचसी राजाराम कानि, सुरेश कानि दिलीप कानि सहित पुलिस टीम की भूमिका रही।
- शराब पीकर झगड़ता था पत्नी की पडोसी से हुई मित्रता,
पुलिस जांच में पाया कि कचरूराम शराब के नशे में उसकी पत्नी से आए दिन मारपीट करता था। तभी मृतक की पत्नी की पडोसी भूपेंद्र सेन राजू से दोस्ती हो गई। दोनों ने कचरूराम को रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या की योजना बनाई। बाद में 12 नवंबर देर रात्रि दोनों ने कचरूराम की उसके घर में नींद में सोते हुए पर कूंट सर वार कर हत्या कर दी। साक्ष्य मिटाने के लिए खून से सने कपड़ों को जला दिया।