सड़क मार्ग बदहाल,अब डामर भी गायब :दुर्घटना का रहता है अंदेशा
मुंडावर (देवराज मीणा)
सोडावास 8 जनवरी आजादी के सात दशक से अधिक बीत जाने के बाद भी क्षेत्र के कई गांव में सड़क मार्गों का अभाव है। सड़क मार्गों के नहीं बनने से एक दर्जन से अधिक गांव समाज की मुख्य धारा से जुड़ने से आज भी वंचित है।
सोडावास मुंडावर मार्ग से जुड़ने वाला सड़क मार्ग चिरूनी बस स्टैंड से चुड़ला अलवर बहरोड स्टेट हाईवे तक जोड़ने वाला मार्ग इतना बदहाल है कि आए दिन ग्रामीण लोग दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। सड़क मार्ग पर गहरे गड्डो से आवागमन करने में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही गांव के स्कूल जाने वाले बच्चे व वृद्धजन इन गहरे गड्डो के कारण गिरकर चोटिल भी हो चुके हैं। बारिश के दिनों में स्थिति ज्यादा विकट हो जाती है।
....समस्या पर नहीं हुई कार्रवाई - उल्लेखनीय है कि उक्त सड़क मार्ग तीन जिलों की सड़क मार्ग को जोड़ने वाला मार्ग होने के बावजूद अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। ग्रामीणो ने कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों को समस्या से अवगत कराने के बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। चिरूनी सरपंच मूलचंद शर्मा, उप प्रधान गिरधारी लाल चौधरी, मुकेश मीणा, अरुण तिवाडी, रामसिंह जाट कुवें वाले, बालकिशन जोशी, सोनू खेमचंद शर्मा, थावर चौधरी, महेश ओमप्रकाश डीलर ने पी.डब्लू.डी को पत्र लिखकर चिरूनी से चुड़ला सड़क तक पुनः डामरीकरण सड़क बनवाने की मांग की है।