कण-कण में है ईश्वर विद्यमान

सकट क्षेत्र के मोतीवाड़ा गांव में स्थित देवनारायण एवं डूंगरी वाले भैरूजी महाराज के मंदिर पर ग्रामीणों के सहयोग से चल रही श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में गुरुवार को उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रवचन देते हुए कथावाचक पं नरेश महाराज ने कहा कि ईश्वर कण कण में विद्यमान है। उन्होंने कहा कि मनुष्य के लिए दीन दुखियों की सेवा करने से बड़ा कोई धर्म नहीं है। ईश्वर दीन हीन व असहाय व्यक्तियों की झोपड़ी में निवास करता है। किसी भी संकट से बचने के लिए ईश्वर का स्मरण करना चाहिए।
उन्होंने कथा के दुसरे दिन कथा में उपस्थित श्रद्धालुओं को सुखदेव व परीक्षित जन्म की कथा का प्रसंग सुनाया । कथा के दौरान गाए गए भजनों पर महिला श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया वह तालियां बजाकर भगवान के जयकारे लगाए। ग्रामीण भरत गुर्जर ने बताया कि कथा प्रति दिन प्रातः 11:15 बजे से शाम 4:15 बजे तक हो रही है। कथा सुनने के लिए मोतीवाड़ा गांव सहित आसपास के गांवों से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि कथा का समापन 12 फरवरी को पूर्णाहुति के साथ होगा। इस मौके पर पद दंगल व भंडारे का आयोजन किया जाएगा।
- संवाददाता राजेंद्र मीणा की रिपोर्ट






