अधिकारी गत वर्ष मानसूनकाल की स्थिति को ध्यान में रख आपदा प्रबंधन में जुटें- अतिरिक्त कलक्टर

भरतपुर, (कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) मानसून वर्ष 2025 के दौरान अतिवृष्टि एवं बाढ़ से बचाव के लिए किए जा रहे सुरक्षात्मक उपायों की तैयारियों की शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन घनश्याम शर्मा ने विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि अधिकारी गत वर्ष मानसूनकाल की स्थिति को ध्यान में रखते हुए बाढ़ से बचाव एवं राहत कार्यों की तैयारी सुनिश्चित करें, संभावित अतिवृष्टि एवं बाढ़ से निपटने के लिए बेहतर समन्वय के साथ कार्य करें।
बैठक में अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में अतिवृष्टि एवं बाढ़ से निपटने के लिए आवश्यक इंतजाम समय रहते पूर्ण करें। बाढ़ से बचाव के लिए आवश्यक सामग्री एवं उपकरण जैसे मोटर बोट, लाईफ जैकेट, रस्सियां एवं अन्य आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता अभी से सुनिश्चित की जाये। गोताखोरों के इंतजाम के साथ ही खोज एवं बचाव दलों का प्रशिक्षण पूर्ण कराया जाये। उन्होंने निर्देश दिए कि आगामी मानसून के आने से पूर्व ही बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दिए जाये।
उन्होंने निर्देश दिए कि अधिकारी आपदा एवं बाढ़ से बचाव के संबंध में पूर्व तैयारी करते हुए योजनाबद्ध तरीके से आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें, ताकि आपदा के समय उनका समुचित उपयोग किया जा सके। चिकित्सा विभाग और आवश्यकतानुसार चिकित्सा दल एवं पर्याप्त दवाईयों का स्टॉक सुनिश्चित करें और आवश्यकता होने पर परिवहन व्यवस्थाएं उपलब्ध कराए। पशुपालन विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि बरसात के मौसम में मवेशियों में होने वाली बीमारियों को ध्यान रखते हुए आवश्यक दवाईयों की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
उन्होंने निर्देश दिए कि स्कूलों में भी आपदा से निपटने के समुचित प्रबंध रखे जावे, ताकि जरूरत पडने पर यहां लोगों को पहुंचाकर राहत दी जा सके। जल भराव वाले स्थानों को चिन्हित करें। उन्होंने कहा कि अधिकारी वर्षाकाल के दौरान हर स्थिति पर नजर बनाएं रखे। खासतौर से उन स्थानों पर विशेष सतर्कता बरती जावे, जहां पूर्व के वर्षों में जल भराव की स्थितियां बनी हो।
उन्होंने निर्देश दिए कि जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता को उनके क्षेत्र में स्थित सभी बांधों का टीम के साथ निरीक्षण करें तथा जिन स्थानों पर मरम्मत की जरूरत है, वहां तुरंत कार्य करवाया जाये, साथ ही इसकी रिपोर्ट भी भिजवाई जावे। जिन बांधों अथवा तालाब में गेट नहीं है उनके समीप निवास करने वाली आबादी के लिए सुरक्षित जगह का चयन करके रखा जावे। सभी बांधांे के गेटों में ग्रीसिंग और आवश्यक रख रखाव के कार्य तुरंत करवा लिए जायें। बांधों पर मिट्टी के कट्टों की व्यवस्था रखी जाये, साथ ही बंाधों तक पहुंचने वाली संपर्क सड़के भी दुरूस्त करवाई जावे। बरसात से पूर्व क्षतिग्रस्त हुई सड़कों की मरम्मत प्राथमिकता से की जाए।
नाली व नालों की सफाई तुरंत कराएं - अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन ने बीडीए, नगर निगम एवं नगरपालिका क्षेत्रों में स्थित नालियों एवं नालों की सफाई का कार्य प्राथमिकता के साथ तुरंत करवाने तथा सफाई के बाद निकलने वाले कचरे को अन्य स्थानों पर डालने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नालों की अच्छी तरह से सफाई हो, ताकि पानी की निकासी सुचारू रूप से हो सके।
संकेतक लगाएं, सुरक्षा व्यवस्थाएं हो बेहतर- अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन ने निर्देश दिए कि रपट एवं अधिक बहाव वाले नदी-नालों के किनारे सुरक्षा संकेतक लगवाए जायें, साथ ही जिले में जिन पर्यटक स्थलों पर लोगों की ज्यादा आवाजाही हो, वहां सुरक्षा की व्यवस्थाएं बेहतर की जाये। इन स्थलों पर सुरक्षा के तय मानकों की सख्ती से पालना करवाना भी सुनिश्चित कराई जाये, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सका।
जर्जर भवनों को हटाएं - उन्होंने निर्देश दिए कि संबंधित शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित ऐसे जर्जर भवन, जिनके बरसात के दौरान गिरने की संभावना है, उन्हें चिन्हित किया जाए और संबंधित मकान मालिक को नोटिस देकर हटवाने की कार्यवाही करे। इसके अलावा शहरी क्षेत्रों में अधिकारी ऐसे भवनों को चिन्हित कर हटाना सुनिश्चित करें।
मानसून से पूर्व करें विकास कार्य पूर्ण - अतिरिक्त कलक्टर शहर राहुल सैनी ने कहा कि मानसून मौसम के आने से पूर्व ही शहर में चल रहे विकास कार्याे को प्राथमिकता से पूर्ण किया जाए, साथ ही ऐसे नये कार्य प्रारंभ नहीं किए जाएं जिससे आमजन को बरसात के मौसम में समस्या पैदा हो। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन स्थानों पर पोल तिरछे है तथा टूटे हुए उनकों भी शीघ्र बदला जाए, उन्होंनें कहा कि जल भराव क्षेत्र में लगे हुए ट्रांसफार्मरो को चिन्हित करें, साथ ही ट्रांसफार्मरो को सुरक्षा की दृष्टि से ऊंचाई पर करने के निर्देश दिए। विद्युत लाइनों की सीमा क्षेत्र में आ रही पेड़ पौधों की टहनियों की छटनी करने के निर्देश दिए। जिससे जिले में बरसात के मौसम के दौरान आमजन को विद्युत आपूर्ति में किसी तरह की परेशानी नहीं आए। बैठक में सीएमएचओ डॉ. गौरव कपूर, आयुक्त नगर निगम श्रवण विश्नोई, अधीक्षण अभियंता जल संसाधन विभाग बनैसिंह, सीआई नरपतसिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।






