इस्लाम का पहला पाठ शिक्षा हासिल करना: मौलाना शाहरुख रजवी
मकराना (मोहम्मद शहजाद)। शहर के गुलजारपूरा में शुक्रवार की देर शाम एक जलसा तहरीक पैगामें इस्लाम की जानिब से मकतब रज़्ज़ाकिया मस्जिद के बच्चों का प्रोग्राम बनाम जश्ने मिलाद मुस्तफा आयोजित किया गया। इस दौरान निगरानी कर रहे सुन्नी रज्जकीया मस्जिद के इमाम मौलाना शाहरुख रज़वी ने कहा कि इस्लाम का पहला सबक़ शिक्षा ग्रहण करना है। कुरान की पहली आयत में लिखा है इकरा यानी पढ़ो। उन्होंने बताया की शिक्षा से ही हर समाज का विकास संभव है। शिक्षित लोग ही उच्च स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते है। कार्यक्रम की शुरुआत तिलावत ए कुरआन से अब्दुल रहमान ने की। इस दौरान 12 बच्चों ने नात शरीफ गुनगुनाइ जिसमें आलिया, क़ासिम की नात पर लोग झूमने लगे। 7 बच्चों ने अलग अलग टॉपिक पर तक़रीर पेश की। इसरान ने इस्लाम की हक़्कानियत पर अपनी बात रखी, सना ने औरतों के हक़ अदा करने की बात कही, इमरान ने आला हजरत के इश्क़ रसूल पर बयान किया। 5 बच्चों ने इस्लामी आदाब जैसे टीचर का अदब, खाने का तरीका, बात करने के तारिक़, साथ ही 9 बच्चों ने सवाल जवाब और नमाज़ के शराइत व फ़राइज़ पेश किए। आखिर में अच्छे नंबर हासिल करने वाले बच्चो को इनामात दिए गए और शीरनी तक़सीम की गई। मौलाना शाकिर ने सलातो सलाम के बाद खुसूसी दुआ की। कार्यक्रम में मौलाना शाहरुख रजवी ने बताया की तहरीक की मकराना में बीस क्लासेज चल रही है। 8 क्लासेज आस पास के गांव और देहात में चल रही है। इस दौरान मौलाना रफ़ीक़ अहमद, मौलाना असगर अली, मोलाना आसिफ अली, मोलाना अफ़ज़ल, मोलाना अब्दुल गनी, शकील अहमद गैसावत, हैदर अली, इकबाल बलखी, मोहम्मद सुलेमान, मोहम्मद शरीफ बल्खी, शहादत अली बल्खी, अब्दुल वहीद सोरगर सहित अन्य मौजूद रहे।