महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक ठोस कदम: लखपति दीदी योजना
भरतपुर, 16 अक्टूबर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एवं राज्य सरकार की मंशानुरूप प्रदेश की आधी आबादी को आर्थिक संबल प्रदान करने हेतु महत्वाकांक्षी लखपति दीदी योजना शुरू की गई है। महिलाएं सतत विकास के लिए आवश्यक आर्थिक, पर्यावरणीय और सामाजिक परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। व्यक्तियों, परिवारों और ग्रामीण समुदायों की भलाई और उनका आर्थिक, सामाजिक, मानसिक और राजनीतिक सशक्तिकरण बहुत आवश्यक है।
यह योजना गरीबी उन्मूलन और आर्थिक सशक्तिकरण के व्यापक मिशन के तौर पर शुरू की गई है। इस योजना के तहत महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, ताकि वे प्रति वर्ष 1 लाख रुपये से अधिक कमा सकेंगी। राजस्थान की वित्त मंत्री दिया कुमारी द्वारा बजट 2024-25 के भाषण में लखपति योजना को राजस्थान में लागू करने की घोषणा की गई थी। लखपति दीदी योजना से महिलाओं के जीवन में आएगा बदलाव और आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। इसे पहले इसकी सीमा 5 लाख थी जिसे बढ़ा कर 15 लाख किया गया है। लखपति योजना के तहत स्वयं सहायता समूह के बिजनेस प्लान को अप्रुवल मिलने के बाद सरकार की ओर से पात्र महिला स्वयं सहायता समूह को पहले कौशल विकास से ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग के बाद राज्य सरकार की ओर से ब्याज मुफ्त ऋण दिया जाएगा।
सरकार की ओर से कौशल विकास का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा
सरकार ने इन स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं की आय बढ़ाने और आर्थिक रूप से वंचित महिलाओं को शामिल करने के लिए लखपति दीदी योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत महिलाओं को सरकार की ओर से कौशल विकास का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे प्रतिवर्ष एक लाख रुपए से अधिक कमा सकें। योजना के तहत प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं को ब्याज रहित ऋण भी प्रदान किया जाएगा। इस प्रकार लखपति दीदी योजना सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है जो महिलाओं को स्वरोजगार शुरू करने के लिए प्रेरित कर रही है। यह योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के साथ-साथ उन्हंे आत्मनिर्भर बनाने का माध्यम भी प्रदान कर रही है। सरकार के इस कदम से महिलाओं के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएगा और वे आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हांेगी। आत्मनिर्भर महिलाएं आत्मनिर्भर समाज को तैयार करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं लखपति दीदी योजना के माध्यम से न केवल अपना व्यवसाय शुरू कर रहीं है अपितु दूसरी महिलाओं को भी रोजगार दे रही हैं। इस योजना के माध्यम से महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता तो मिलेगी ही उन्हें अपने सपनों को पूरा करने का मंच भी मिलेगा।
एक साल में 15 लाख महिलाओं को लखपति दीदी की श्रेणी में लाया जाएगा
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश सरकार महिलाओं के उत्थान एवं उन्नयन के लिए कृत संकल्पित है। सरकार के इस संकल्प की झलक पिछले दिनों पेश हुए बजट में भी मिलती है। महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और आजीविका शर्त संर्वद्धन के लिए लखपति दीदी योजना की शुरुआत की है। उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने इसके तहत इस वर्ष के लिए निर्धारित लक्ष्य को 5 लाख से बढ़ाकर 15 लाख कर दिया। अब एक साल में 15 लाख महिलाओं को लखपति दीदी की श्रेणी में लाया जाएगा। सरकार का लक्ष्य है कि स्वरोजगार शुरू करने वाली महिलाओं को ब्याज मुक्त आर्थिक सहायता प्रदान की जाए ताकि वे आर्थिक रूप से मजबूत हो सकें। इसके आलावा योजना का उद्देश्य महिलाओं को रोजगार से जोड़कर उनकी जीवन शैली को बेहतर बनाना, इनकी आय बढ़ाना और उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना है। लखपति दीदी योजना के जरिए सरकार की मंशा गांवों में महिलाओं को लखपति दीदी के रूप में स्थापित करना है, इस योजना का लाभ स्वयं सहायता समूह में शामिल महिलाओं को दिया जाएगा।
लखपति दीदी योजना का उद्देश्य
लखपति दीदी योजना, महिला आर्थिक संघ के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय (डीवाईए-डीएआई-डीपीएनआईएलएम) की आणविक अंत्योदय योजना की एक शुरुआत है। योजना के तहत महिलाओं का समूह बनाना, उनके संघों को वास्तुशिल्प करना, उन्हें ज्ञान और कौशल प्रदान करने के लिए ऋण सहायता देना, सामूहिक कार्रवाई, वित्तीय योजनाएं, और कौशल विकास को बढ़ावा देना, उद्यमिता के लिए बिजनेस बनाना है।
- कोशलेन्द्र दत्तात्रेय