वरिष्ठ पत्रकार का नटवर मेवाड़ा का भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने किया पुष्पहार साफा पहनाकर किया स्वागत
साण्डेराव (बरकत खान) मारवाड़-गोडवाड़ क्षेत्र के वरिष्ठ पत्रकार नटवर मेवाड़ा साण्डेराव का मंगलवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कल्लाजी धाम बसंत में जोरदार स्वागत किया। इंडियन फैडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स उपखंड सुमेरपुर के ब्लॉक अध्यक्ष बनने पर मेवाड़ा का प्रदेश अध्यक्ष राठौड़ ने मेवाड़ा कों शुभकामनाएं देते हुए साफा पहनकर स्वागत किया एवं राठौड़ ने मेवाड़ा से आंखों का ऑपरेशन करने के बारे में कुशल-क्षेम पुछते हुए जानकारी ली। राठौड एवं मेवाड़ा की मित्रता कृष्ण सुदामा की तरह रही है।बंसत गांव के कल्लाजी राठौड धाम पर गादीपति जब्बरसिंह राजपुरोहित ,भरतसिंह, पुर्व सरपंच कैलाश सुथार सहित भक्तो ने मेवाड़ा का जोरदार फुलो का गुलदस्ते के साथ पुष्पवर्षा कर स्वागत किया । इस दौरान मेवाड़ा ने प्रदेश अध्यक्ष राठौड को आई एफ डब्ल्यू जे की और से पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने, सभी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के पत्रकारों को जिला व उपखंड स्तर पर आवास हेतु निःशुल्क भूखंड आवंटित करने, पत्रकारो व उनके आश्रितों को चिकित्सा सुविधा के लिए दी जाने वाली राशि को बढ़ाने सहित 13 सुत्रीय मांग पत्र का एक ज्ञापन राज्य सरकार के नाम सौंपा। इस दौरान अरविंद कुमार जोशी,पुखराज कुमावत,अरूण बैरवा, देवाराम मीणा,महावीर मेवाड़ा, खिमाराम मेवाड़ा, हिम्मत रांगी, सहित पत्रकार बंधु मौजूद थे।
भारतीय पत्रकार जिन्होंने सच्ची पत्रकारिता को कायम रखा राठौड़
मारवाड़-गोडवाड़ क्षेत्र के वरिष्ठ पत्रकार नटवर मेवाड़ा साण्डेराव मीडिया परिदृश्य में मानदंडों को चुनौती देते दबंग पत्रकार हैं।वे सच्ची पत्रकारिता के प्रतीक हैं,जो जमीनी हकीकत और समस्याओं पर रिपोर्टिंग करते हैं। कल्लाजी धाम के गादीपति जब्बर सिंह राजपुरोहित ने कहा कि 1988 से 2025 तक मुख्यधारा के मीडिया में काम करने वाले अनुभवी वरिष्ठ पत्रकार नटवर मेवाडा ने तब से स्वतंत्र पत्रकारिता की ओर रुख किया है। रिपोर्टिंग के प्रति उनका मुखर और भावनात्मक दृष्टिकोण,विशेष रूप से दुर्घटनाग्रस्त स्थल,दुखद,मौत, बढ़ते हादसो पर चर्चा करने जैसे मामलों में,देश की भलाई के लिए उनकी गहरी चिंता को दर्शाता है।वरिष्ठ पत्रकार नटवर मेवाड़ा साण्डेराव अपनी पत्रकारिता में परिपक्वता और शालीनता लाती हैं।अपनी कवरेज के लिए धमकियों और आलोचनाओं का सामना करने के बावजूद,यथार्थवादी तस्वीर को सामने लाने वाले साक्षात्कार जारी रखते हैं।






