पूर्व मुख्यमंत्री टीकाराम पालीवाल को उनकी जन्म जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की
मंडावर में जन्में थे राजस्थान के प्रथम निर्वाचित मुख्यमंत्री टीकाराम पालीवाल

महुवा ( अवधेश अवस्थी) महुवा विधानसभा क्षेत्र के कस्बा मंडावर, निवासी राजस्थान के प्रथम निर्वाचित मुख्यमंत्री टीकाराम पालीवाल की जन्मशताब्दी महुवा में श्रद्धांजलि कार्यक्रम राजकीय टीकाराम पालीवाल उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित किया गया, राजस्थान के प्रथम निर्वाचित मुख्यमंत्री पंडित टीकाराम पालीवाल का जन्म महुवा विधानसभा क्षेत्र के कस्बा मंडावर दौसा जिले की महुवा तहसील अब (मंडावर तहसील मुख्यालय) के मंडावर गांव में एक साधारण ब्राह्मण परिवार में जन्में हुआ था। टीकाराम पालीवाल समाज सेवा की अच्छी सोच के साथ राजनीति में अच्छी खासी रूचि रखते थे।जिसके बल पर वे राजस्थान के राजस्व मंत्री, वित्त मंत्री व मुख्यमंत्री जैसे पदों पर रहे। मंडावर कस्बें के समीप गांव मंडावर में 24 अप्रैल 1907 में हुक्मचंद पालीवाल के घर टीकाराम पालीवाल जी का जन्म हुआ इनकी माता का नाम सुन्दरी था। टीकाराम पालीवाल की प्रारम्भिक शिक्षा गांव मंडावर में हुई। पिता हुकुमचंद पालीवाल की चार संतानों में से तीसरे नंबर के टीकाराम पालीवाल थे।
राजस्थान के प्रथम निर्वाचित मुख्यमंत्री स्वर्गीय टीकाराम पालीवाल ने मंडावर, राजगढ़, दिल्ली में पढ़कर अपनी शिक्षा पूरी की वहीं मेरठ से वकालत की। पूर्व मुख्यमंत्री टीकाराम पालीवाल पर्दा प्रथा व दिखावा पंसद नहीं करने वाले व्यक्ति थे। वे शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हमेशा प्रयासरत रहते थे। इसके लिए उन्होने अपनी माता सुन्दरी देवी पालीवाल जनहित ट्रस्ट एवं पत्नि के नाम प्रकाश देवी पालीवाल जनहित ट्रस्ट बनाए। जिनके अन्तर्गत इन्होनें मंडावर के बालिका विद्यालय व सी. सै. वि विद्यालय. महुवा में राजकीय टीकाराम पालीवाल सीनियर सैकैण्ड्री विद्यालय, रसीदपुर, गढ़ हिम्मत सिह, महिला विद्यापीठ भुसावर,हिन्डौन व बसवा के विद्यालय चुनें। जिनमें प्रतिवर्ष 20 गरीब छात्र-छात्राओं को 1000 रूपये छात्रवृति पढाई के लिए दी जाती है। टीकाराम पालीवाल महुवा विधानसभा से दो बार 1952 व 1957 में विधायक बने। उनकी लोकप्रियता इतनी थी कि 1952 में जयनारायण व्यास जोधपुर व जालौर दोनों जगह से चुनाव हार गए। लेकिन टीकारामपालीवाल महुवा एवं मलारना चौड़ दोनों जगह चुनाव जीते। 1958 में राज्यसभा में चुने गए। 1962 में हिन्डौन से लोकसभा चुनाव जीते। टीकाराम पालीवाल 3 मार्च 1952 को राजस्थान के मुख्यमंत्री बने। लेकिन सरकार की उदासीनता कहै या मंडावर का दुर्भाग्य जहां राजस्थान का प्रथम निर्वाचित मुख्यमंत्री टीकाराम पालीवालजन्म लेने वाले एक व्यक्ति ने राजस्थान ही नही देश में मंडावर का नाम रोशन कर एक अलग मिसाल पेश की लेकिन आज तक मंडावर कस्बे में उनके नाम से किसी सरकारी संस्था का नामकरण पूर्व मुख्यमंत्री के नाम पर नहीं किया गया है। और ना ही उनकी पैतृक जन्मस्थली कोई स्मारक बनाया गया है। इस अवसर पर आम जन उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर सरकार से उनका स्मारक बनाने की मांग की है






