ऑनलाइन सट्टा गिरोह का भंडाफोड़: 150 करोड़ का लेन-देन, साठ हजार से अधिक आई सक्रिय, सॉफ्टवेयर इंजीनियर समेत तीन गिरफ्तार

अलवर (अनिल गुप्ता) अलवर पुलिस ने क्रिकेट और ऑनलाइन सट्टेबाजी से जुड़े एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सॉफ्टवेयर इंजीनियर समेत तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह द्वारा करीब 150 करोड़ रुपये का लेनदेन किए जाने का खुलासा हुआ है। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से 6 एंड्रॉयड मोबाइल, 2 लैपटॉप, एक हार्ड ड्राइव, 15 एटीएम कार्ड और एक एसयूवी कार भी जब्त की है। गिरोह का नेटवर्क राजस्थान, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश सहित देश-विदेश में फैला हुआ था।
पुलिस जांच में सामने आया कि ये आरोपी महादेव सट्टेबाजी एप की तर्ज पर खुद की वेबसाइट बनाकर सट्टा संचालन कर रहे थे। इन्होंने 30 से अधिक वेबसाइट डवलप की थीं, जिनके माध्यम से क्रिकेट मैचों, आईपीएल, कसीनो, मटका गेम आदि पर सट्टा खिलाया जा रहा था। इन वेबसाइट्स के जरिए करीब साठ हजार से ज्यादा आईडी सक्रिय पाई गईं, जिनमें सबसे ज्यादाआई उत्तरप्रदेश में सक्रिय थीं।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. तेजपाल सिंह ने बताया कि साइबर सेल को मिली गोपनीय सूचना के बाद एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने तकनीकी निगरानी करते हुए तीन आरोपियों को धर दबोचा। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में नितिन पालीवाल पुत्र ओमप्रकाश पालीवाल, महेश शर्मा पुत्र राम नगीना शर्मा और पीयूष शर्मा पुत्र ओमप्रकाश शर्मा शामिल हैं।
जांच में सामने आया कि मास्टमाइंड नितिन पालीवाल ने कोरोना काल में बेरोजगार होने के बाद 2021 में यह सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म तैयार किया। इसके बाद महेश शर्मा और पीयूष शर्मा उसके साथ जुड़े और वेबसाइट का वितरण, लेनदेन और नेटवर्क विस्तार का काम संभालने लगे।
आरोपियों ने सट्टेबाजी से कमाए पैसों से अलवर में “डग आउट स्पोर्ट्स क्लब” की स्थापना की और हाल ही में 2500 वर्गगज का एक बड़ा प्लॉट भी खरीदा है। इसके अलावा, शालीमार क्षेत्र में इनका फ्लैट होने की जानकारी भी पुलिस को मिली है।
फिलहाल आरोपियों को 6 जून तक पुलिस रिमांड पर लिया गया है और इनकम टैक्स सहित अन्य एजेंसियों को सूचना देकर आगे की जांच शुरू की जा रही है। पुलिस को आशंका है कि यह गिरोह और भी बड़े नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है, जिसकी परतें आने वाले दिनों में खुल सकती हैं।






