भामाशाह बेटी की पीहर की पाठशाला पर मेहरबानी
उदयपुरवाटी / गुढागौड़जी (सुमेर सिंह राव)
बेटियां घर की लक्ष्मी होती यह कहते हुए सुना गया है लेकिन गुढ़ागौड़जी की एक बेटी ने अपने काम से लक्ष्मी और सरस्वती दोनों देवियों के स्वरूप को साक्षात किया है। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गुढ़ागौड़जी के अंतर्गत संचालित प्राथमिक प्रभाग को जयपुर निवासी महिला ने गुप्त दान द्वारा 1 लाख 11 हजार रुपए की लागत से 60 स्टूल-टेबल सैट, दो बड़ी दरी भेंट की है। विद्यालय के प्राथमिक प्रभाग के प्रभारी एवं भामाशाह प्रेरक चंदगीराम ब्यामल ने बताया कि उक्त भामाशाह गुढ़ा गोड़जी की बेटी है तथा वर्तमान में अपने ससुराल जयपुर में निवास करने के बावजूद भी ये नियमित रूप से विद्यालय में आर्थिक सहयोग व संसाधन भेंट करती रहती हैं। इनके द्वारा इसी सत्र में प्राथमिक विद्यालय के 105 विद्यार्थियों को गणवेश, स्वेटर, बैग, बोतल भेंट किए जा चुके हैं जिनकी लागत तकरीबन 1लाख 50 हजार रुपए है। भामाशाह ने आगामी सत्र में विद्यार्थी हित में हर प्रकार का सहयोग देने का आश्वासन दिया है। प्रधानाचार्य रणजीत सिंह ने भामाशाह का आभार प्रकट करते हुए गदगद भाव से बताया कि जहां आजकल लोग नाम की चाहत के बिना 1 रुपया भी खर्च नहीं करते वही हमारे गांव की बेटी ने लाखों रुपए का भुगतान गुप्त दान के रूप में शिक्षा हेतु व्यय कर रही हैं जो संपूर्ण गांव के लिए गौरव की बात है। इस अवसर पर संत कुमार शर्मा, घासीराम, संतरा, रामप्यारी आदि ने भी अपने विचार प्रकट किए। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के समस्त स्टाफ सहित छात्र-छात्रा मौजूद रहे।