छठी क्लास में पढ़ने वाले 10वर्षीय बेटे को डांटा, तो फंदे से लटका
माँ ने खेलकूद छोड़ पढ़ाई करने की दी थी हिदायत
राजगढ़ (अलवर) मां ने बुआ के घर रहकर पढ़ाई कर रहे 10 साल के बेटे को डांटा तो नाराज होकर उसने सुसाइड कर लिया। वह छठी क्लास का स्टूडेंट था। घटना के बाद घर में कोहराम मच गया। परिवार के लोग पुलिस कार्रवाई नहीं चाहते। घटना सोमवार दोपहर में अलवर जिले की राजगढ़ इलाके में हुई थी।
राजगढ़ थाना ASI सूरजमल ने बताया- मां की फटकार के बाद बच्चे ने पेड़ पर रस्सी से फंदा लगाकर जान दे दी। उसका नाम उदित था। वह धमरेड़ गांव में अपनी बुआ के घर रह रहा था। धमरेड़ के ही वह प्राइवेट स्कूल में छठी क्लास में पढ़ता था। 12 जनवरी की दोपहर टहला क्षेत्र के मांडलवास से मां का फोन आया था। फोन पर बुआ ने उदित के खेलने को लेकर शिकायत की तो मां ने फोन पर फटकार लगाई थी। मां ने कहा- मैं कल बुआ के घर आ रही हूं। मां के आने से पहले ही बेटे ने 13 जनवरी को सुसाइड कर लिया। परिवार वालों को इसकी जानकारी 13 जनवरी की सुबह 11 बजे हुई। पिता राज मीणा (39) दिल्ली से उसी दिन (13 जनवरी) दोपहर 3 बजे पहुंचे। बुआ के घर से बच्चे उदित के घर की दूरी 30 किमी है।
मां ने पढ़ाई पर ध्यान देने की हिदायत दी थी मां ने खेल-कूद छोड़कर पढ़ाई पर ध्यान देने की बात कही थी। सोमवार दोपहर वह बुआ के घर के पीछे सुनसान में 200 मीटर दूर गया। वहां एक पेड़ पर रस्सी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। घटना की जानकारी मिलने के बाद बच्चे को फंदे से उतारकर परिवार वाले राजगढ़ हॉस्पिटल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हॉस्पिटल में पोस्टमॉर्टम के बाद बच्चे का शव परिजन को सौंपा गया।घटना के बाद मांडलवास गांव स्थित घर पर मातम पसरा है। यही चर्चा है कि इतने छोटे बच्चे ने कैसे ये कदम उठाया।
राजगढ़ के मांडलवास के रहने वाले उदित के पिता राज मीणा ने पुलिस को बताया कि वह (उदित) बात-बात पर गुस्सा हो जाता था। इसलिए उसे बुआ के घर पढ़ने भेजा था। परिजनों ने किसी तरह की पुलिस कार्रवाई से इनकार किया है। उदित के पिता राज दिल्ली में टैक्सी चलाते हैं।