30 जनवरी व 23 मार्च को शहीद दिवस,30 जनवरी और 23 मार्च का इतिहास

Jan 29, 2024 - 18:21
 0
30 जनवरी व 23 मार्च को शहीद दिवस,30 जनवरी और 23 मार्च का इतिहास

लक्ष्मणगढ़  (अलवर) कमलेश जैन

30 जनवरी और 23 मार्च को शहीद दिवस मनाया जाता है। हालांकि कुछ लोग शहीद दिवस को लेकर असमंजस में रहते हैं। भारत में साल में दो बार शहीद दिवस मनाया जाता है। एक जनवरी में और दूसरा मार्च में मनाते हैं। ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल आना स्वाभाविक है कि दो बार शहीद दिवस क्यों मनाया जाता है। 30 जनवरी वाला शहीद दिवस मार्च के शहीद दिवस से कैसे अलग है।
30 जनवरी के शहीद दिवस का इतिहास
30 जनवरी का शहीद दिवस महात्मा गांधी को समर्पित है। देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 30 जनवरी को पुण्यतिथि मनाई जाती है। इस दिन 1948 को नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। देश को आजादी दिलाने के लिए सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने वाले गांधी के निधन के बाद उनकी पुण्यतिथि को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। जिसमें सभी ही राज्य कार्यालयों में 2 मिनट का मौन रखा जाता है
दूसरा शहीद दिवस 23 मार्च
साल का दूसरा शहीद दिवस 23 मार्च में मनाते हैं। 23 मार्च को अमर शहीद दिवस मनाया जाता है। यह दिन भी शहीदों की शहादत की याद में मनाते हैं।

23 मार्च के शहीद दिवस का इतिहास
23 मार्च 1931 को आजादी की लड़ाई में शामिल क्रांतिकारी भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी दी गई थी। अंग्रेजों ने सेंट्रल असेंबली में बम फेंकने पर उन्हें फांसी की सजा सुनाई और भारतीयों के आक्रोश के डर के कारण तय तारीख से एक दिन पहले गुपचुप तरीके से तीनों को फांसी पर लटका दिया। अमर शहीदों के बलिदान को याद करते हुए शहीद दिवस मनाते हैं। इस दिन आजादी की लड़ाई में अपनी जान कुर्बान करने वाले अमर शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है।
कैसे मनाया जाता है शहीद दिवस
30 जनवरी को शहीद दिवस के मौके पर देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और तीनों सेना प्रमुख राजघाट स्थित महात्मा गांधी की समाधि पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं। सेना के जवान भी इस मौके पर राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि देते हुए हथियार नीचे झुकाते हैं।  वहीं 23 मार्च को शहीद दिवस के अवसर पर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के बलिदान को याद किया जाता है। और उन्हें श्रद्धांजली दी जाती है।

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

एक्सप्रेस न्यूज़ डेस्क बुलंद आवाज के साथ निष्पक्ष व निर्भीक खबरे... आपको न्याय दिलाने के लिए आपकी आवाज बनेगी कलम की धार... आप भी अपने आस-पास घटित कोई भी सामाजिक घटना, राजनीतिक खबर हमे हमारी ई मेल आईडी GEXPRESSNEWS54@GMAIL.COM या वाट्सएप न 8094612000 पर भेज सकते है हम हर सम्भव प्रयास करेंगे आपकी खबर हमारे न्यूज पोर्टल पर साझा करें। हमारे चैनल GEXPRESSNEWS से जुड़े रहने के लिए धन्यवाद................