जावली में ऐतिहासिक 2100 कुंडीय रुद्र महायज्ञ समरसता महाकुंभ की तैयारियां जोरों पर
जावली,अलवर (अशोक भारद्वाज)
देश भर से संत महात्मा व राजनीतिक लोग होंगे शमिल,प्रथम बार 2100 कुंडीय रुद्र महायज्ञ क्षेत्र में होने से लोगों में उत्साह
राजस्थान में अलवर जिले के गांव जावली में गौर जी के मन्दिर पर ऐतिहासिक 2100 कुण्डीय रूद्र महायज्ञ समरसता महाकुंभ व रामकथा एवं शिवपुराण ज्ञान यज्ञ के दौरान रामकथा रामस्वरूप आचार्य चित्रकूट धाम व शिवपुराण जगत गुरु रत्नेश प्रपन्नाचार्य के मुखारविंद से वाचन होगा। कार्यक्रम 30 अप्रैल से 21 मई तक चलेगा। जावली निवासी पंडित प्रेम दत्त जैमन के अनुसार संत तपेश्वरी महन्त शौभानन्द भारती महाराज शिवआश्रम पचनाम जूना अखाड़ा नगला जग्गे (फतेहपुर सीकरी) आगरा के सानिध्य में कार्यक्रम का आयोजन होगा। इस दौरान महंत शोभानंद भारती जो कि इस समय मौन धारण किए हुए हैं। महाराज ने स्लेट पर लिखकर क्षेत्र के श्रद्धालुओं से कार्यक्रम में सम्मिलित होकर धर्म कार्य मे सहयोग करने का आव्हान कर रहे हैं। और पूरे दिन में एक समय एक दोने में फल आहर का सेवन कर भक्ति में तल्लीन है। मौन व्रत को लेकर बताया कि राम इच्छा तक मौन धारण किए हुए।
मुस्लिम समुदाय के लोग भी कर रहे सेवा - 2100 कुंडिया यज्ञ में पास के गांव इमरती के वास के मुस्लिम समुदाय के लोग भी हिंदू मुस्लिम भाईचारे को निभाते हुए सेवा कार्य में जुटे हैं। यज्ञ मण्डप बनाने में जुटे हैं।
महिलाओं, युवतियों, बच्चों में श्रमदान करने की होड़ - जावली ग्रामवासियों के अलावा आसपास के गांवों से भी प्रतिदिन महिलाओं, युवतियों, बच्चों की टोली यज्ञस्थली पर अपनी मर्जी से साफ सफाई, यज्ञ वेदी की लिपाई पुताई तथा अन्य कामों में लगे हुए हैं
2100 कुंडयीय यज्ञ में विशिष्ट संतों के आने की संभावना- इस यज्ञ, रामकथा, शिवपुराण में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, बागेश्वर धाम से धीरेन्द्र शास्त्री, रामभद्राचार्य, अनेकों संत महंत शामिल होंगे
300 भट्टी लगाई जाएगी जिसमें लाखों लोगों को अंतिम दिन भंडारे में प्रसादी ग्रहण करने के लिए भोजन तैयार होगा,श्रृद्धालुओं और भक्तों कों रूकने, ठहरने,भोजन आदि की निःशुल्क ब्यवस्था आयोजनकर्ताओं द्वारा की गई है
लोगों में भारी उत्साह - 2100 कुंड़डिय यज्ञ के आयोजन से जावली ग्रामवासियों एंव आसपास के लोगों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है जावली के पूर्व सरपंच ओमप्रकाश मीणा ने यज्ञस्थल की भूमि सहित चार बीघा भूमि मंदिर के लिए दान कर दी है। ऐसे अनेक भामाशाह महायज्ञ में सहयोग कर रहे हैं। क्षेत्र के लोगो का कहना है पहली बार इतना बड़ा आयोजन किया जा रहा है जिससे क्षेत्र में सुख शांति समृद्धि आएगी हर कष्ट दूर हो जाएंगे क्षेत्र में खुशहाली आएगी।