दोषियों को मिलेगा अभिश्राप या वरदान? सावन के पहले सोमवार को सार संभाल के अभाव में भगवान शिव के वाहन नंदी महाराज ने करीब चौदह घंटे बाद सिसकते हुए तोड़ा दम
राजगढ़ (अलवर)
कस्बे के लिए बहुत दुःखद घटना जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही आई सामने किसी ने भगवान शिव की प्रतिमा पर विल्व पत्र अर्पण कर जल चढ़ाया? लेकिन घायल नंदी की ओर सूचना देने के बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों, ठेकेदार ने कोई ध्यान नहीं दिया और बहाने बाजी बनती रही।समाज सेवी प्रीति विजय ने बताया कि पालिका के जिम्मेदार अधिकारियों ने नगरपालिका के पास चालक एवं साधन का अभाव होने की बात कहते हुए टाल दिया।
वहीं सभी तरफ निराश होकर सूचना देना पर नगरपालिका कर्मचारी जूगनू तंबोली सहित नगरपालिका से हटाए गए सफाई कर्मियों ने करीब चौदह घंटे के बाद आमजन के सहयोग से जेसीबी मशीन से रात्रि को माचाड़ी सड़क मार्ग पर स्थित भौरंगी गौशाला ले जाया गया जहां पर भौरंगी गौशाला धाम पहुंचते ही सावन के पहले सोमवार रात्रि को जेसीबी मशीन से पहुंचाने के दौरान भौरंगी गौशाला के समीप पहुंचते ही घायल भगवान शिव की सवारी नंदी ने दम तोड दिया।
गौरतलब रहे कि सोमवार की प्रातः दो नंदी महाराज कस्बे के प्राचीन कुंड के समीप लड़ रहे थे इनमें से एक नंदी कुंड के समीप बने कीचड़ और गंदगी से अटे नाले में जा गिरा।इसकी सूचना पार्षद प्रशांत जौहरी ने नगरपालिका और पालिका कर्मचारी जूगनू तंबोली को दी सूचना पर जूगनू तंबोली टीम सहित मौके पर पहुंचे और मशक्कत कर नाले से आंकल को बाहर निकाल कर पशु-चिकित्सक मोहनलाल को मौके पर बुला कर प्राथमिक उपचार कराया।इस घटनाक्रम की सूचना के बावजूद नगरपालिका प्रशासन का कोई प्रयास नंदी को गौशाला पहुंचाने का नहीं रहा। जैसे जैसे शाम ढलने के साथ रात होने लगी लेकिन नंदी वहीं पड़ा रहा आसपास लोगों ने पानी पिलाने के साथ उसे खिलाने का प्रयास किया। नंदी को उठाने के लिए सभी प्रयास फेल हो जाने के बाद इसे भौरंगी गौशाला पहुंचाने की जिम्मेदारी एवं नगर पालिका कर्मचारी जूगनू तंबोली को सौंपी गई।इस पर रात्रि को जूगनू तंबोली जेसीबी मशीन और टीम के सदस्यों को लेकर मौके पर पहुंचे जहां पर टीम के सदस्यों एवं आमजन की सहायता से नंदी महाराज को जेसीबी मशीन में रखकर भौरंगी गौशाला ले गए जहां पर पहुंचते ही रात्रि को नंदी महाराज ने अंतिम सांस ली। इसके उपरांत मौके पर ही जेसीबी मशीन से गड्ढा खुदवा नमक डालकर नंदी महाराज को दफना दिया गया।
कर्मचारी जूगनू तंबोली की टीम ने नाले से निकालने एवं पहुंचाने से लेकर दफनाने तक पूरी मदद की। नागरिकों से जूगनू तंबोली सहित टीम का आभार व्यक्त करते हुए की भूरि भूरि प्रशंसा।
- अनिल गुप्ता