धरना स्थल पर मनाया रक्षाबंधन का त्योहार :विधायक को मिले सद्बुद्धि, इसलिए स्वा किलो चावल का चढ़ाया कासा
गुरला:- जिले की महुवाखुर्द पंचायत के ग्राम जालिया में ग्रामीणों द्वारा धरना स्थल पर मनाया रक्षाबंधन का त्योहार। विधायक को सद्बुद्धि मिले,इसलिए स्वा किलो चावल का कासा चढ़ाया । रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाई को राखी बांधती हैं, रक्षासूत्र बांधती हैं और भाई की लंबी उम्र की कामना करती हैं. वहीं, भाई अपनी बहनों को रक्षा का वचन देते हैं. रक्षाबंधन भाई बहन के प्रेम का पर्व है. रक्षाबंधन का त्योहार 19 अगस्त यानी आज मनाया जा रहा है।जालियां गांव के ग्रामीणों ने भी जिन्दल कि अवैध ब्लास्टिंग व खनन से होने वाले नुकसान से अपनी रक्षा के लिएआज ढोल नगाड़े के साथ भैरुनाथ के स्थान पर पहुचकर राखी बांधी और गांव की रक्षा की फरियाद की।आपको बतादे कि जालियां गांव के प्रताड़ित किसान 64 दिन से धरने पर बैठ है ।और आज रक्षाबंधन का पवित्र पर्व यानी भाई बहन का सबसे बड़ा त्योहार माना जाता हैं ।जिसे भाई बहन घर पर नही मनाकर धरना स्थल पर ही मना रहे है।ग्रामीणों ने कहा हमारे प्रदेश की भजन लाल सरकार और जिला प्रशासन कि अनदेखी के चलते आज रक्षाबंधन का त्यौहार किसानों को धरना स्थल पर ही मनाना पड़ रहा है। और धरने पर बैठे ग्रामीणों ने बताया कि हमारे क्षेत्रीय विधायक को भी कही बार अवगत कराया गया।लेकिन हमारे विधायक महोदय को किसानों कि जरूरत महसूस नही हुई ।इसलिए दुबारा धरना स्थल पर नहीं पहुंचे ।कई बार दूरभाष पर बात कि लेकिन उन्होने किसानों कि कोई बात नही सुनी। जालियां गांव के किसान मुकेश रैबारी और ग्रामीणों ने बताया कि हमारे विधायक लाला राम बैरवा को सद्बुद्धि मिले ।इसलिए घाटी के भैरूनाथ के यहां पहुचकर राखी बांधी और स्वा किलो चावल का कासा चढ़ा कर विधायक महोदय को सद्बुद्धि देने की कामना की।
माली सैनी महासभा प्रदेश संगठन मंत्री कन्हैया लाल माली ने बताया कि जालियां गांव में जिन्दल कि अवैध ब्लास्टिंग से परेशान किसान 64 दिन से धरने पर बैठे है । लेकिन अबतक सरकार और प्रशासन किसानों प्रति असंवेदनशील है।धरने पर मुकेश रैबारी, भंवर, श्री लाल मेहराम ,मदन, रतन, देवीलाल ,बना लाल ,सावर ,राम लाल, हुकम चंद्र, महेंद्र, सुनील, बद्री लाल ,कल्लू , मुकेश ,जगदीश ,गोपाल, संपत देवी, बाली देवी, सुरमा देवी ,शांता देवी, रानू ,टीना ,सन्तोष देवी व सैकड़ों ग्रामीण उपस्थिति थे ।
- बद्रीलाल माली