गौ माता की पूजा कर मनाया बच्छ बरस का पर्व
मकराना (मोहम्मद शहजाद)। युवा हिन्दू गौ रक्षा सेवा समिति द्वारा मंगलाना रोड़ पर संचालित गौवंश चिकित्सालय पर बछ बारस के पावन अवसर पर महिलाओं ने गौ माता और उनके बछड़े की पूजा-अर्चना की। इस दौरान समिति के अध्यक्ष अंकित तंवर ने बताया कि गौवत्स द्वादशी जिसे बछ बारस भी कहा जाता है, एक महत्वपूर्ण हिन्दू त्योहार है जो गौमाता की पूजा और सम्मान के लिए मनाया जाता है। इस दिन लोग गौवंश की सेवा और पूजा करके उनकी लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं। यह पर्व कार्तिक माह की द्वादशी तिथि को आता है। गौवत्स द्वादशी के दिन भक्त गौमाता को विशेष वस्त्र पहनाते हैं, उन्हें स्वादिष्ट भोजन का भोग अर्पित करते हैं और उनके चारों ओर रिंगण सजाते हैं।
इस अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना और धार्मिक अनुष्ठान होते हैं। कई स्थानों पर गौमाता के प्रति सम्मान और सेवा की भावना को बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम और गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं। शहर के विभिन्न गौशालाओं में महिलाओं ने पुत्र की दीर्घायु के लिए विशेष पूजा की और गौ कथा कर प्रसाद वितरित किया। शहर के श्री श्याम गौ शाला, गोविन्द की गैय्या गौशाला, श्री गोपाल गौ शाला सहित अन्य गौशालाओं और घरों में महिलाओं ने गौ माता की पूजा की। शहर के वसुंधरा नगर में गौ माता की पूजा के दौरान शारदा पुजारी, शकुंतला प्रजापत, सुमन व्यास, मनीषा लखोटिया, भावना व्यास, मोनिका गौड़, कोमल महेश्वरी, अर्चना, सरिता जैन, सुनीता सहित अन्य महिलाएं उपस्थित थी।