जाम्बोलाव धाम माधा मेले में पर्यावरण सेवकों ने दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
सिंगल यूज प्लास्टिक को बीनकर इस्तेमाल का किया बहिष्कार
जोधपुर (राजकुमार गोयल) गुरूजंभेश्वर भगवान की तपोस्थली जांभा गांव में बुधवार को माधा मेला भरा गया।प्रतिवर्ष की भांति भादवा शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को भरे जाने वाले इस मेले में श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। मंदिर में दिनभर गुरू भगवान जंभेश्वर के जयकारे गूंजते रहे। मेला प्रांगण में आयोजित धर्मसभा में संतो व समाज के प्रबुद्धजनों ने श्रद्धालुओं को संबोधित भी किया। श्रद्धालुओं ने जंभ सरोवर में डुबकी लगा पुण्य भी कमाया। मेले में बाङमेर,बाप-फलौदी तहसील के अलावा जोधपुर, बीकानेर,जैसलमेर सहित कई जिलों प्रांतों से विश्नोई समाज के सैकड़ों लोगों ने शिरकत की। मेले की शुरूआत गुरू जंभेश्वर भगवान के हवन पूजन से हुई। गुरू जंभेश्वर भगवान की धोक लगाने के साथ मंदिर के आगे हवन कुंड में विश्नोई समाज के लोगों ने घी खोपरे की आहुतियां देकर देश-प्रदेश में खुशहाली एवं समृद्धि की कामना की।
कानून व्यवस्था बनाएं रखने के लिए फलौदी सर्कल का पुलिस बल तैनात था। टीम के सह-प्रभारी व स्टेट अवार्डी शिक्षक जगदीश प्रसाद विश्नोई ने बताया कि मेले को सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त रखने के लिए अंतरराष्ट्रीय पर्यावरणविद खमुराम बिश्नोई के दिशा-निर्देश में कोशिश पर्यावरण सेवक टीम के सेवक सेवा देने पहूंचे जिन्होंने मेले में पर्यावरण संरक्षण के लिए निकालकर लोगों को सिंगल यूज प्लास्टिक इस्तेमाल नहीं करने हेतु जागरूक किया फिर पूरे दिन मेले परिसर में पॉलिथीन बीनकर कट्टों में इकट्ठा किया जिसके कारण पर्यावरण प्रेमियों की सजगता के चलते मेला स्थल पॉलिथीन मुक्त रहा व पर्यावरण सेवकों ने जल सेवा की जिम्मेदारी संभालते हुए श्रद्धालुओं को जलपान कराते हुए नशामुक्ति का भी संदेश दिया। मेले जन-जागरूकता अभियान चलाते हुए पर्यावरण सेवक विरधाराम जाणी जालोढा, जगराम मांजू, हरिराम धतरवाल, वगताराम सांचौर, जमनादेवी, पूनाराम मांजु फनकार सहित कई पर्यावरण सेवकों ने पूरे दिन मेले में पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए पॉलिथीन का बहिष्कार करते हुए कपड़े की थेली के लिए श्रद्धालुओं को प्रेरित किया।