नागल क्रेशर जॉन के खनन माफियाओं ने हरियाणा के माफिया गठजोड से विस्फोट कर गिराया प्रतिबंधित पहाड एम.पी,एमएलए की कार्यशौली पर सावालियॉ निशान, प्रशासन की मिलीभगत से माफिया हुआ कामयाब
राजस्थान में अवेध खनन के लिए चर्चित नागल क्रशर जॉन के खसरा नम्बर 162 में वेध लीज की आड मे चल रहे अवेध खानो से सटे हरियाणा के प्रतिबंधित अरावली पर्वत की चटटान को राजस्थान ,हरियाणा माफियाओं के गठजोड, नेताओं के रसूखात, प्रशासन की मिली भगत से अवैध व्लास्टिग से पहाड भर-भरा कर ढहा गया है। जिसके करोडो रूपये का पत्थर राजस्थान मे सीमा मे आकर गिर गया है।जिससे माफियॉ का मिशन कामयाव हो गया है।
पहाड़ी (डीग) राजस्थान में अवेध खनन के लिए चर्चित नागल क्रशर जॉन के खसरा नम्बर 162 में वेध लीज की आड मे चल रहे अवेध खानो से सटे हरियाणा के प्रतिबंधित अरावली पर्वत की चटटान को राजस्थान ,हरियाणा माफियाओं के गठजोड, नेताओं के रसूखात, प्रशासन की मिली भगत से अवैध व्लास्टिग से पहाड भर-भरा कर ढहा गया है। जिसके करोडो रूपये का पत्थर राजस्थान मे सीमा मे आकर गिर गया है।जिससे माफियॉ का मिशन कामयाव हो गया है।
इस पहाड के गिराने में खनन माफियाओ से प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से जुडा सरकारी,राजनेताओंं का तंत्र की खुशी का ठिकान नही रहा है।अब वो लोग अपने बचाव व खाना पूर्ति के लिए अब कागजी घोडे दोडकर कुछ दिनो के बाद शांत हो जावेगे।
मजेदार बात यह है की दिल्ली में प्रदूषण अपनी चर्म पर है।एन.जी.टी की शख्त पांबदी के बाद पहाड़ी के नागल क्रशर जॉन मेंं ब्लास्टिंग से अवेध खनन, चोरी छुपे रात्रि मे क्रशर संचालन,खनन सामग्र्री से भरे ऑवरलोडिंग डम्फर निकासी का करोबार धडल्ले से जारी है।
हरियाणा के प्रशासन ने किया सावधान
सीमावर्ती हरियाणा के उपमंडल अधिकारी फिरोजपुर झिरका ने नूहॅू के उपायुक्त को 20 नवम्बर 2024 को पत्र प्रेषित कर सावधान करते हुए बताया की राजस्थान के लीज धाराको द्वारा हरियाणा के नाहारिका,चितौडा के प्रतिबंधित पर्वतो में अवेध खनन करते हुए करीब 600 मीटर लम्बाई में पहाड के बडे भाग को गिरा दिया। जिसकी कीमत करीब 22 करोड रूपये आकी गई है।जिसके पत्थर के बेचने की सम्भावना जताई गई थी।जिसको लेकर 28 अप्रेल 2023 को फिरोजपुर झिरका पुलिस को लिखित में तहरीर भी दी गई थी।जिसकी रिर्पोट व कार्रवाही के लिए पुलिस का स्मरण पत्र दिनांक 26 सितम्बर 2023 को पत्र क्रमाकं 1186 जारी किया गया। जिसमें दोषी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाही व मुकदमा दर्ज करने की बात कही गइ्र है।यहॉ तक की उपमंडल कार्यलय फिरोजपुर झिरका ने कार्रवाही नही होने का मामला संज्ञान मे आने पर 5 मई 2023 को पत्र सख्या 369 स्टोनो के जरिऐ हरियाणा के नूहॅू खनन अधिकारीयो को पत्र प्रेषित कर सूचना दी गई। उसके गिरे पत्थर की नीलामी व आरोपीओ के खिलाफ कार्रवही को लेकर सम्बधित विभाग मौन रहा है।इससे साफ जाहिर होता है की हरियाणा का प्रशासन ने रसूखात व राजनेतओ की मिलीभगत के चलते कोई कार्रवाही नही की है।जिसके परिणाम स्वरूप हरियाणा व राजस्थान के खनन माफिया मिल कर उस पत्थर को चोरी उठा ले गए है जिसको लेकर खबर प्रकाशित कर राजस्थान के प्रशासन व खनिज विभाग को सावचेत किया गया था। उसके बाद मिली भगतका खेल जारी रहा है।
नेताओंं के रसूखात प्रशासन की मिली भगत का खेल
सूत्रो की खबर के अनुसार हरियाणा व राजस्थान में भाजपा की सरकार है। दोनो राज्यो के सांसद व विधायको के साथ अन्य नेताओ के माध्यम से खनन माफियाओ से अच्छे रसूखात बने हुए हेै। जिसके कारण माफिया राजनेतओं को समय समय पर अच्छी आवभगत के साथ स्वागत समारोह आयोजित करते रहते है।वही खनन करोबार के ठेकेदारो द्वारा स्थानिय प्रशासन से लेकर अन्य तंत्र को अपनी सेंवाओ से जोड कर रखा जाता है।जिसके परिणाम स्वरूप माफिया पर एन.जी.टी के आदेश हो या फिर प्रतिबंधित पहाड हो का कोई फर्क नही पडता है।
गिरा हुआ पहाड का फोटो व विडियो