नगर पालिका प्रशासन मस्त: कस्बे में सफाई व्यवस्था बिगड़ने से जनता त्रस्त
लक्ष्मणगढ़ (अलवर/ कमलेश जैन) उपखंड मुख्यालय पर नगर पालिका प्रशासन को जनता की मूलभूत सुविधाओं की चिंता नहीं है ,कस्बे में सफाई की स्थिति पिछले 10 दिनों से गंभीर रूप से बिगड़ी हुई है ।कस्बे के गली मोहल्ले बाजार मेंन रोडो पर कचरा एकत्रित हुआ पड़ा है। जिससे स्वच्छता की स्थिति समाप्त हो गई है । मुख्यालय का एक भी वार्ड ऐसा नहीं जहां पर गंदगी के ढेर नहीं लगे हो ।
नालियां गंदगी से अटी पड़ी हुई है ।दूषित पानी सड़क पर बह रहा है। ऐसे में राहगीरो को निकालने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कस्बे के नए बस स्टैंड एवं मालाखेड़ा रोड पुराने हॉस्पिटल के पास जालूकी रोड पर नालियों का गंदा पानी हमेशा बीच सड़क पर भरा रहता है।मुख्यालय पर स्वच्छता के नाम पर पलीता लग रहा है। नगर पालिका द्वारा स्वच्छता की दावे किए जाते रहे हैं। कचरे के ढेर कहीं सड़क पर तो कहीं गलियों बाजारों में जिससे कस्बे की सुंदरता पर प्रसन्न चिन्ह लग रहा है। आम नागरिक गंदगी से परेशान है।
अभी सबसे बड़ी समस्या शादी समारोह संपन्न होने के उपरांत बचा हुआ डिस्पोजल एवं बचा खाना झूटन सब्जियां सड़कों पर या कचरा पात्रों के पास फेंका जा रहा है। कचरे का उठाव नहीं होने से जिसे आवारा कुत्तों जानवरों द्वारा बीच सड़क पर इधर-उधर कर फैला दिया जाता है।कस्बे के जागरूक नागरिकों विकास एवं संघर्ष समिति के द्वारा उपखंड अधिकारी को समस्या सेअवगत कराने के तीन दिन बाद भी नगर पालिका प्रशासन को कस्बे की गंदगी नजर नहीं आ रही है।
कस्बे निवासी रिटायर्ड प्रधान अध्यापक कैलाश चंद शर्मा का कहना है कि पुरानी सब्जी मण्डी में, पुस्तकालय के पास, सघन बाजार है जहॉ प्रातः से लेकर देर तक विशेष भीड रहती है |कचरा पात्रों की सफाई व्यवस्था नियमित नहीं है | पात्र भर जानें के बाद उसे खाली नहीं किया जाता | कचरा नीचे सडक पर पडा रहता है |
बहुत ज्यादा दुर्गन्ध आती है |दुर्गन्ध पुस्तकालय में जाती है ,जहॉ समाचार पत्र-पत्रिकाएँ पढनें ग्रामवासी बेरोजगार नवयुवक भी इसी पुस्तकालय में प्रातः से देर रात तक अपनी तैयारी करते हैं | पर्यावरण प्रदूषण से होनें वाली हानियों से प्रशासन को कोई लेना-देना नहीं हैं | प्रशासन आँखे मूँदे हैं |
राज्य सरकार के लाखों रुपए स्वच्छता पर खर्च होने के बावजूद भी कस्बे में सफाई व्यवस्था पूर्ण रूपेण चरमराई हुई है। अभी तक सफाई को लेकर स्थानीय प्रशासन सहित नगर पालिका प्रशासन गंभीर नजर नहीं आ रहा है।
नगर पालिका कनिष्ठ अभियंता श्यामसुंदर पांडे का कहना है कि- पूर्व के ठेकेदार द्वारा ठेके पर कार्यरत सफाई कर्मियों का भुगतान नहीं होने से सफाई कर्मी कार्य नहीं कर रहे हैं ।मेरे द्वारा काफी समझाइए की गई है। अधिकारी का स्थानांतरण होने से पिछला भुगतान नहीं हो पा रहा है। व्यवस्था एक-दो दिन में सुधार की होगी।