पटवारियों की हड़ताल का खामियाजा भुगत रहे हैं किसान: सरकार पर नहीं हो रहा असर
रामगढ (राधेश्याम गेरा) प्रदेश भर के पटवारी अपनी नो सूत्री मांगों को लेकर एक पखवाड़े से अधिक समय से हड़ताल पर बैठ उपखण्ड मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इसका खामियाजा प्रदेश भर के किसानों को भुगतना पड़ रहा है। सरकार ना तो पटवारियों की मांगों पर ध्यान दे रही है और ना ही किसानों की समस्या समाधान पर ध्यान दे रही है।
रामगढ़ में दिनांक 13 जनवरी से रामगढ़ और नौगांवा तहसील क्षेत्र के पटवारी उपखण्ड कार्यालय रामगढ़ के सामने हड़ताल पर बैठ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं तो वंही दूसरी तरफ क्षेत्र के किसान अपने विभिन्न कार्य जैसे क्रैडिट कार्ड फाइल बनवाने, जाती प्रमाण पत्र बनवाने, रजिस्ट्री और विरासत इंतकाल दर्ज कराने आदि कार्यों को लेकर दूर दराज के गांवों से तहसील मुख्यालय नौगावां और रामगढ़ में पटवारियों के कार्यालयों पर चक्कर लगा लगा कर परेशान हो रहे हैं। क्षेत्र के अधिकतर किसान अनपढ़ और अंगूठा टेक हैं उन्हें अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है रोजाना यही सोचकर चल पड़ते हैं कि आज तो पटवारी दफ्तर में मिलेगा। लेकिन जब वंहा पंहुचते हैं तो कार्यालय पर ताला लगा देख मायूस हो बैरंग लोटने को मजबूर हो जाते हैं। जिससे किसानों को आर्थिक और मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पटवारियों का कहना है कि सरकार ने प्रत्येक कार्य आनलाइन कर दिया है लेकिन उस हिसाब से हमें प्रयाप्त उपकरण उपलब्ध नहीं कराए जा रहे। साथ ही समझोते के बावजूद सरकार वेतन विसंगतियां दूर करने सहित हमारी नौ सूत्री मांगें हैं इन पर सरकार ध्यान नहीं दे रही।जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होंगी तब तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी।