आज भी कायम है पुरानी परंपरा, पहाड़िला में दूल्हे की ऊंटगाड़ियो से निकली बारात

उदयपुरवाटी ( सुमेर सिंह राव) निकटवर्ती ग्राम पंचायत पहाड़िला से टोडपुरा तक करीब 10 किलोमीटर तक ऊंट गाड़ियों से बारात पहुंचकर पुरानी परंपरा को जिंदा रखने की पहल की गई। पहाड़िला निवासी मांगू राम सैनी ने अपने पुत्र बाबूलाल सैनी की बारात खारिया की ढाणी पहाडिला से टीब़डा वाली ढाणी टोडपुरा तक ऊंट गाड़ियों से बारात निकालकर पुरानी परंपरा को जीवित रखने की कोशिश की।
सरस्वती स्कूल के संचालक महावीर प्रसाद सैनी ने बताया कि मेरे छोटे भाई बाबूलाल की अनूठी शादी देखने को मिली। ऊंट गाड़ियों से बारात निकालकर फिजूल खर्ची से बचने और पूर्वजों की परंपरा को जीवित रखने का संदेश दिया । करीब 10 किलोमीटर की दूरी ऊंट गाड़ियों से तय की गई। बारात में 21ऊंटगाड़ियों की एक लंबी कतार देखने को मिली ।सभी ऊंट गाड़ियों को फूलों और गुब्बारों से सुंदर तरीके से सजाया गया। बारात का जगह-जगह स्वागत किया गया और सराहना गीत गाए गए। बारात में परिवार सहित कई दोस्त शामिल हुए।
पूर्वजों की देन है यह परंपरा - दूल्हे के बड़े भाई राजेंद्र प्रसाद सैनी ने बताया कि ऊंट गाड़ी से बारात जाना पुरानी संस्कृति है जो कि पूर्वजों की ही देन है जिनको निभाते हुए ऊंट गाड़ियों से छोटे भाई की बारात निकली।
ऊंट गाड़ियों से निकली बारात की हो रही है सराहना - दूल्हे के बड़े भाई सुखदेव व हेमराज सैनी ने बताया कि ऊंट गाड़ियां को ढूंढने की जरूरत नहीं पड़ी क्योंकि पहाड़िला व आसपास की पंचायतो में अभी बहुत ऊंटगाड़ियां हैं आज के आधुनिक युग में लोग हेलीकॉप्टर और मोटर गाड़ियों से बारात में जाते हैं। जिनको हटाकर हम ऊंट गाड़ियों से बारात में गए। देसी अंदाज में निकली बारात की हर जगह हो रही है सराहना।






