हाईटेंशन लाइन के टूटे तार से हुए हादसे के बाद, डिस्कॉम के जेईएन-लाइनमेन सस्पेंड

नागौर में हाईटेंशन लाइन के टूटे तार की चपेट में आने से बाइक समेत तीन युवक जिंदा जलने के मामले में डिस्कॉम प्रशासन ने जेईएन पवन कुमार और लाइन मेन रामदेव इनाणिया को सस्पेंड कर दिया है। दोनों का मुख्यालय नागौर कर दिया है।
डिस्कॉम के चीफ इंजीनियर व डायरेक्टर टेक्निकल मुकेश चन्द बाल्दी ने बताया- मृतकों को नियमानुसार पांच-पांच लाख का मुआवजा दिया जाएगा। मामले की जांच शुरू कर दी है। साथ ही जेईएन व लाइन मेन को निलम्बित कर दिया है।
बता दें कि हादसा खींवसर के भावंडा इलाके के मुंदियाड़ गांव में रविवार दोपहर 12 बजे हुआ था। इसमें मुंदियाड़ निवासी पीथाराम देवासी, कालूराम देवासी और जेठाराम देवासी बाइक से नजदीकी गांव कड़लू जा रहे थे। मुंदियाड़ से निकलने के बाद कुछ दूरी पर रास्ते में 11 केवी बिजली का तार टूटा पड़ा था। जैसे ही बाइक टूटे तार के ऊपर से गुजरी, करंट दौड़ गया। बाइक में आग लग गई और तीनों युवक चपेट में आ गए।
मौके पर लोग इकट्ठा हो गए। लोगों ने बिजली विभाग को सूचना देकर सप्लाई बंद कराई। हालांकि तब तक तीनों युवक और बाइक पूरी तरह से जल चुकी थी।लोगों ने बिजली विभाग की लापरवाही को लेकर आक्रोश जताया। लोग तीनों के शव घटनास्थल पर ही रखकर विरोध जताया। रात को प्रशासन की ओर से कार्रवाई करने के बाद सहमति बनी।






