पीला जोहड़ा धाम में श्रीराम महायज्ञ बना आस्था का महाकुंभ :15 लाख 25 हजार 616 आहुतियों के साथ गूंजा वैदिक स्वर

उदयपुरवाटी (सुमेर सिंह राव)
नीमकाथाना के नजदीक नापावाली के निकट संतों की तपोस्थली पीला जोहड़ा धाम में चल रहे श्रीराम महायज्ञ ने आस्था का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया। पांचवें दिन तक धाम में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। कुल 15,25,616 आहुतियों के साथ यज्ञ कुंडों से निकली अग्नि की लपटों ने पूरे वातावरण को दिव्यता से सराबोर कर दिया।धाम में सेवा समिति द्वारा की जा रही जल सेवा, भंडारे में प्रसादी वितरण और व्यवस्थाओं का संचालन अत्यंत सराहनीय रहा। समिति के समर्पित सदस्यों ने तन-मन से सेवा में लगे रहकर यह सुनिश्चित किया कि हर भक्त को उचित सुविधा और प्रसाद प्राप्त हो।इस महायज्ञ के केंद्र बिंदु बने पीला जोहड़ा धाम के पूज्य संत मोहनदास महाराज, जो अपनी वयोवृद्ध अवस्था के बावजूद यज्ञ पंडाल में सक्रिय रूप से उपस्थित रहकर आयोजन की सफलता सुनिश्चित कर रहे हैं। वे संतों के संग रहने के साथ-साथ श्रद्धालुओं की सेवा में भी निरंतर लगे हुए हैं।
घुघाडी धाम के संत अवध बिहारी दास ने इस आयोजन को अब तक का सबसे बड़ा आस्था रूपी महाकुंभ करार देते हुए कहा कि “यह आयोजन जनभावनाओं की गहराई और प्रभु श्रीराम के प्रति अटूट श्रद्धा का प्रतीक है।” उन्होंने यह भी बताया कि यह महायज्ञ और कथा कार्यक्रम लगातार हर्ष और उल्लास के साथ जारी रहेगा।
कार्यक्रम में भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव की दिव्य कथा का भावपूर्ण वर्णन किया गया, जिससे उपस्थित भक्तगण भावविभोर हो उठे। आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए और सेवा व समर्पण की भावना से महायज्ञ में भाग लिया।






